बलौदा बाजार: मां समलाई की नगरी कहे जाने वाले बिलाईगढ़ को 2008 में ग्राम पंचायत से नगर पंचायत बनाया गया. गोरेलाल खूंटे बिलाईगढ़ नगर पंचायत के पहले अध्यक्ष बने. नगर पंचायत में 2009 में पहली बार चुनाव हुआ और निर्दलीय प्रत्याशी पूर्णिमा देवांगन यहां से निर्वाचित अध्यक्ष चुनकर आई. इसके बाद 2014 में कांग्रेस ने यहां जीत दर्ज करते हुए निर्दलीय और बीजेपी प्रत्याशी को करारी शिकस्त दी.
नगर पंचायत में कुल 15 वार्ड है. जहां की जनसंख्या 7211 बताई जाती है. 2014 के चुनाव के मुताबिक यहां 5544 मतदाता है. इसमें 2758 महिला और 2786 पुरूष मतदाताओं की संख्या है. शहर में समस्याओं की एक लंबी चौड़ी लिस्ट है. जिसपर दस सालों में कोई ध्यान नहीं दिया गया.
नगर पंचायत बिलाईगढ़ में मुद्दों की कमी नहीं है, लेकिन दस साल से उपेक्षित जनता इस बार के निकाय चुनाव में विकास को ही मुद्दा बनाने पर अड़े हैं. सत्ता से दूर रही बीजेपी कांग्रेस और निर्दलीय अध्यक्षों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए 10 साल में कोई काम न करने का आरोप लगा रही है.
नगर पंचायत बिलाईगढ़ में बस स्टैंड की कोई सुविधा नहीं है. स्थानीय लोगों का कहना है कि शहर में एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है. नगर की सड़कें जर्जर है. संकरी गलियां और नाले की सफाई न होने के कारण लोग गंदगी से परेशान. नगर की सड़कों पर हमेशा जाम की स्थिति रहती है.