बलौदाबाजार: लगातार प्रवासी मजदूर अपने-अपने राज्य लौट रहे हैं. ऐसे में छत्तीसगढ़ के मजदूर भी प्रदेश लौट रहे हैं. मजदूरों की वापसी के बाद कोरोना संक्रमण के मामले में लगातार इजाफा हो रहा है. कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए शासन-प्रशासन सहित स्वास्थ्य विभाग हर संभव मदद के लिए खड़ा है, ताकि कोरोना जैसे संक्रमण से लड़ा जा सके. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में सरपंच और सचिव के मनमानी रवैया से लोग परेशान हैं. दरअसल, क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे मजदूर मनमानी तरीके से बाहर घूम रहे हैं.
बिलाईगढ़ ब्लॉक मुख्यालय के मुड़पार में दूसरे राज्यों से आए मजदूरों को 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन किया गया है, सभी मजदूर शासकीय प्राथमिक / पूर्व माध्यमिक शाला के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे हैं. इसमें महिला और पुरुष सहित लगभग 48 मजदूर क्वॉरेंटाइन हैं. इन मजदूरों के लिए पंचायत स्तर से रहने खाने, सोने और जरूरतमंद समान की व्यवस्था की गई है, लेकिन सरपंच सचिव की लापरवाही के कारण इन्हें कुछ भी मुहैया नहीं हो पा रहा है.
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क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे मजदूरों की मानें तो, सेंटर में मौजूद शौचालय की साफ-सफाई नहीं की गई है, जो गंदगी से भरा पड़ा है. हैंडपम्प से निकलने वाला पानी भी काफी गन्दा है. नहाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है.सभी महिला पुरुष हैंडपम्प पर ही एक साथ स्नान करते हैं. हैंडपम्प में किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे नहाने में कई तरह की परेशानियां हो रही हैं. शौचालय साफ नहीं होने के कारण मजदूरों को मजबूरन सेंटर से बाहर निकलकर शौच के लिए जाना पड़ रहा है. मजदूरों के बाहर जाने के कारण ग्रामीण इसकी शिकायत कर रहे हैं.
जमीन पर ही सोते हैं मजदूर
ज्यादा गर्मी होने के कारण इन सबको जमीन पर ही लेटना पड़ता है, इन्हें सोने के लिए दरी भी नहीं दी गई है. न तो लाइट है और न ही पंखे हैं. मजदूरों ने व्यवस्था को लेकर सरपंच को कई बार कहा गया. लेकिन सरपंच ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. मजदूरों ने मांग की है कि क्वॉरेंटाइन सेंटर की व्यवस्थाओं दुरुस्त की जाएं, नहीं तो वे सभी अपने-अपने घर चले जाएंगे. इसके लिए जिम्मेदार सरपंच और प्रशासन होगा. वहीं दूसरी ओर सरपंच ने शौचालय की साफ सफाई और मजदूरों की व्यवस्था अच्छी तरह करने की बात कही है.