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बलौदा बाजार : दीपदान कर मनाई कार्तिक पूर्णिमा

कसडोल में लोग बड़ी संख्या में कार्तिक स्नान करने पहुंचे. जहां लोगों ने दीपदान कर पूजा-अर्चना की.

कार्तिक पूर्णिमा
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Published : Nov 13, 2019, 4:59 PM IST

Updated : Nov 13, 2019, 8:01 PM IST

बलौदा बाजार : कार्तिक पूर्णिमा पर कसडोल से लगी महानदी में लोग स्नान करने पहुंचे, जहां लोगों ने दीपदान किया. इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग कसडोल के सिध्दबाबा मंदिर पहुंचे.

कसडोल की जीवनदायनी महानदी में श्रद्धालुओं ने पुण्यस्नान किया, पुराणों की कथानुसार भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का वध किया था, जिसकी खुशी में देवताओं ने हजारों दीप जलाकर खुशियां मनायी थी. भगवान शिव ने जब त्रिपुरासुर का वध किया तब भगवान विष्णु ने भगवान शिव को त्रिपुरारी का नाम दिया था.

सिध्दबाबा मंदिर लोग पिकनिक मनाते हुए प्राकृतिक दृष्य का आनंद उठाते दिखे.

बलौदा बाजार : कार्तिक पूर्णिमा पर कसडोल से लगी महानदी में लोग स्नान करने पहुंचे, जहां लोगों ने दीपदान किया. इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग कसडोल के सिध्दबाबा मंदिर पहुंचे.

कसडोल की जीवनदायनी महानदी में श्रद्धालुओं ने पुण्यस्नान किया, पुराणों की कथानुसार भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का वध किया था, जिसकी खुशी में देवताओं ने हजारों दीप जलाकर खुशियां मनायी थी. भगवान शिव ने जब त्रिपुरासुर का वध किया तब भगवान विष्णु ने भगवान शिव को त्रिपुरारी का नाम दिया था.

सिध्दबाबा मंदिर लोग पिकनिक मनाते हुए प्राकृतिक दृष्य का आनंद उठाते दिखे.

Intro:कार्तिक पूर्णिमा का दिन काफी पवित्र और शुभ माना जाता है, और कहा जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन नदी में स्नान करने और दीपक दाने करने से पूण्य की प्राप्ति होती है,आज कार्तिक पूर्णिमा के दिन कसडोल नगर के श्रद्धालुओं ने कसडोल से लगे महानदी में सुबह पूण्य स्नान किया और दीप दान किये।Body:कसडोल से लगे कसडोल की जीवन दायनी महानदी में आज सुबह श्रद्धालुओं ने पूण्य स्नान किया,हिन्दू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व माना जाता है और पुराणों की कथानुसार भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का वध किया था जिसकी खुशी में देवताओं ने हजारों दीप जलाकर खुशियां मनायीं थी,भगवान शिव ने जब त्रिपुरासुर का वध किया तब भगवान विष्णु ने भगवान शिव को त्रिपुरारी का नाम दिया था, आज दिन इस लिए भी खास माना जाता है कि आज ही के दिन भगवान विष्णु ने अपना पहला अवतार मत्स्य यानी मछली के रूप में लिया था,कसडोल नगर में भी नगर के लोग दिन भर भक्ति भाव में डूबे रहे और कसडोल से लगे दार्शनिक स्थल सिद्धबाबा पहुँचकर पिकनिक का आनंद उठाया, प्रकृति की गोद में बसे इस खूबसूरत जल प्रपात में हर साल हजारों की संख्या में दर्शनार्थी कार्तिक पूर्णिमा के दिन शिद्धबाबा जल प्रपात में पिकनिक मनाने पहुचते है,इस साल भी शिद्धबाबा जल प्रपात में हजारों की संख्या में दर्शनार्थी पहुंचे।Conclusion:बाइट - प्रतिमा तिवारी दशनार्थी

बाइट - हेमंत नायक दशनार्थी

बाइट - कमलेश साहू दशनार्थी
Last Updated : Nov 13, 2019, 8:01 PM IST
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