बलौदा बाजार : पलारी ब्लॉक के गुमा गांव में महिला की नसबंदी के बाद हुई मौत के मामले में रायपुर स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त संचालक डॉ. सुभाष पांडेय महिला के घर पहुंचे और परिजनों से बात कर उनका बयान लिया.
बता दें कि पलारी ब्लॉक के गुमा गांव की रहने वाली पूर्णिमा की नसबंदी नर्स डागेश्वरी यदु ने अपने घर पर की थी, जिसके बाद पूर्णिमा की मौत हो गई थी. मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए सीएमएचओ ने नर्स यदु को निलंबित कर दिया है.
जानें पूरा मामला
पलारी ब्लॉक के गुमा गांव की रहने वाली पूर्णिमा की नसबंदी सरकारी नर्स डागेश्वरी यदु ने बलौदा बाजार के पूर्व सीएमएचओ प्रमोद तिवारी की मदद से अपने ही घर में ही कर दी थी. इसके बाद पूर्णिमा की तबीयत खराब होने लगी.
घरवाले उसे लेकर नर्स के घर पहुंचे, तो वहां पहले से मौजूद प्रमोद तिवारी पीड़िता को लेकर अपने बेटे के निजी नर्सिंग होम ले गए. हालत बिगड़ते देख उसे रायपुर के आरोग्य अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान पूर्णिमा ने दम तोड़ दिया. इस खबर को ETV भारत ने प्रमुखता से दिखाया था, जिसके बाद प्रशासन ने नर्स के घर पर छापा मारा और घर को सील कर दिया.
स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त संचालक पहुंचे गुमा
इस मामले की जांच के लिए रायपुर से स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त संचालक डॉ. सुभाष पांडेय ने पूर्णिमा के घर पहुंचकर परिजनों से बात की और उनका बयान लिया. वहीं पूर्णिमा के जुड़वां बच्चों के भविष्य के लिए सहायता दिलाने की बात भी कही. उन्होंने कहा कि, 'पूर्व सीएमएचओ प्रमोद तिवारी का नाम भी इसमें आ रहा है, उनसे भी पूछताछ की जाएगी.' इस दौरान बलौदा बाजार के सीएमएचओ वॉयके शर्मा, पलारी बीएमओ एफआर निराला और जिला टीकाकरण अधिकारी केएल बंजारे भी मौजूद रहे. फिलहाल नर्स डागेश्वरी यदु फरार है. पुलिस उसकी तलाश में जुटी है.