बलौदा बाजार: कोरोना वायरस की वजह से पूरा देश लॉकडाउन की स्थिति में है. हमारे कोरोना वारियर्स न केवल इस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, बल्कि जरूरत पड़ने पर मसीहा बन कर लोगों की मदद भी कर रहे हैं. ऐसे ही एक मामले में बिलासपुर और बलौदा बाजार पुलिस ने कसडोल थाना क्षेत्र के गांव में एक जरूरतमंद महिला के घर दवा पहुंचायी.
इस लॉकडाउन में जहां एक ओर पुलिस की सख्ती सामने आई है, तो वहीं दूसरी ओर पुलिस का वो छिपा हुआ चेहरा सामने आया है, जिसने मानवता की मिसाल पेश कर दी है. ऐसा ही एक वाकया सामने आया है कसडोल थाना क्षेत्र के कटगी गांव से जहां कसडोल पुलिस ने दिल की मरीज एक महिला के घर दवा पहुंचाई है. महिला का बेटा असलम खान बिलासपुर में रहता है. असलम खान लॉकडाउन में बिलासपुर में ही फंस गया और चाहते हुए भी दवाई लेकर वापस अपने गांव कटगी नहीं आ पा रहा था. असलम को अपने मां की चिंता सताने लगी, क्योंकि असलम की मां के पास महज 13 दिन की दवाई ही बची थी और वो दवाई सिर्फ बिलासपुर में ही उपलब्ध थी.
कोरिया: शिक्षकों ने शॉल और श्रीफल देकर कोरोना वॉरियर्स का किया सम्मान
पुलिस ने की महिला की मदद
ऐसे में असलम खान ने मां तक दवाई पहुंचाने के लिए बिलासपुर पुलिस से गुहार लगाई. इसके बाद आईजी दीपांशु काबरा ने सहयोग करते हुए बलौदा बाजार पुलिस से संपर्क कर कसडोल पुलिस के माध्यम से असलम खान के गृहग्राम कटगी दवाई पंहुचाई. मां तक दवाई पंहुच जाने के बाद असलम खान ने बिलासपुर और बलौदा बाजार पुलिस को धन्यवाद दिया है. वहीं कसडोल थाना प्रभारी दीनबंधु उइके ने कहा कि ये उनके लिए सौभाग्य की बात है कि उन्हें किसी की सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ.