बलौदाबाजार : जिले के भाटापारा ब्लॉक में आने वाले टोनाटार ग्राम पंचायत में पूर्व सरपंच और सचिव की मिलीभगत से सरकार को लाखों का चूना लगाए जाने की खबर है.
मामला साल 2017 का है, जब पूर्व सरपंच और सचिव ने बड़ी ही चालाकी से लगभग 82 मजदूरों के मनरेगा के अंतर्गत चल रहे कार्यों में फर्जी हाजरी दर्ज कर ली. इसके बाद जब राशि आहरण की बारी आई, तो मजदूरों को आधार लिंक कराने के नाम पर उनके अंगूठों के निशान लेकर खाते से पैसे निकाल लिए गए जबकि इन मजदूरों ने इस काम को किया ही नहीं है.
मजदूरों ने की है लिखित शिकायत
वर्तमान सरपंच चंद्रप्रकाश साहू ने कहा कि, 'पूर्व सरपंच और सचिव ने फर्जी मस्टररोल बनाकर पैसे निकाले हैं, जिसे लेकर मजदूरों ने कई बार इसकी शिकायत कलेक्टर और SDM की है. लिखित में भी किया है, जिस पर कार्रवाई होनी चाहिए.'
वहीं SDM ने कहा कि, 'मामले में जनपद पंचायत से रिपोर्ट लेकर इसकी जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी.'
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पूर्व सरपंच और सचिव ने ऐसा फर्जीवाड़ा कर शासन के राजस्व को बड़ी हानि पहुंचाई है. इस फर्जीवाड़े की जानकारी तब हुई जब प्रभारी सरपंच अचानक अपने पद से हटी और अधिकारियों ने नरेगा कार्य को लोकर सोशल ऑडिट किया. जब गबन की बात सामने आई, तो शिकायतों का दौर शुरू हो गया. इसमें मजदूरों का बयान लिया गया.