बलौदाबाजार: जिले में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और शिवसेना कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झड़प हुआ. बात इतनी बिगड़ गयी कि दोनों पक्ष एक दूसरे पर मारपीट करने लगे. दरअसल पूरा मामला बलौदाबाजार जिले के अम्बुजा सीमेंट प्लांट के सामने का है. जहां स्थानीय लोगो की मांग को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा समर्थकों के साथ धरने पर बैठे हुए थे. वही दूसरी ओर शिवसेना कार्यकर्ता भी बेरोजगार को रोजगार देने की मांग को लेकर बलौदाबाजार से भाठापारा की ओर रैली कर रहे थे. लेकिन जैसे ही शिवसेना कार्यकर्ता अम्बुजा सीमेंट के सामने पहुंचे तो किसी बात को लेकर दोनों पक्षो में विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ गया कि बात मारपीट तक पहुंच गयी. जिसके बाद बलौदाबाजार की पुलिस मौके पर पहुंचकर मारपीट शांत कराया गया है.
जिले में बीते एक महीनों से लागतार आंदोलन और धरना प्रदर्शन का सिलसिला चल रहा है. चाहे वह भाजपा कार्यकर्ता हो या कांग्रेस कार्यकर्ता या फिर शिवसेना के कार्यकर्ता. जिले में किसी न किसी के विरोध में धरना प्रदर्शन और हड़ताल जारी हैं. 1 अक्टूबर शुक्रवार को भी जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा स्थानीय लोगों की मांग और ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की मांग को लेकर अम्बुजा सीमेंट के बाहर धरने पर बैठे थे. लेकिन यह धरना प्रदर्शन में बलवा होना कसी मजाक से कम नही है.
दरअसल बलौदाबाजार जिले शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा भी बेरोजगारो को रोजगार देने की मांग को लेकर पूरे प्रदेश में बाइक रैली कर मौजूदा सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. जिसमें आज बलौदाबाजार से भाठापारा के लिए रैली निकाली गई थी. लेकिन इस बीच अम्बुजा सीमेंट प्लांट के सामने कॉंग्रेस कार्यकताओं का धरना प्रदर्शन चल रहा था. जहां दोनों के बीच जमकर विवाद हो गया और मारपीट भी होने लगी. दोनों पक्षो के कार्यकर्ता लात-घुसो और कुर्सियों से एक दूसरे को मारने लगे. जिसमें बहुतों को चोटे भी आई है. देखते ही देखते पूरा इलाका छावनी में तब्दील हो गया. भारी पुलिस बल तैनात कर दोनों पक्षो को समझाया गया.
जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा ने कहा कि हमारे द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से धरना प्रदर्शन किया जा रहा था. तभी शिवसेना के कार्यकर्ता धरना स्थल में आकर विवाद करने लगे और मारपीट पर उतर आए. शिवसेना जिलाध्यक्ष संतोष यदु की माने तो उनका कहना है कि हम बलौदाबाजार से भाठापारा शांतिपूर्ण रैली करते हुए जा रहे थे. तभी कांग्रेस कार्यकर्ता के द्वारा जबर्दस्ती गाड़ी का कांच तोड़कर नारेबाजी करने लगे. जिसके बाद विवाद बढ़ गया और मारपीट हुई.
बलौदाबाजार पुलिस अधीक्षक आई के एलेसेला ने बताया कि विवाद की जानकारी मिलते ही पुलिस बल तैनात की गई है. फिलहाल विवाद शांत हो चुका है और दोनों पक्षो में से अभी तक किसी की भी शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है.