बलौदाबाजार : भारी बारिश ने न सिर्फ सड़कें और पुल को नदी में तब्दील कर दिया है, बल्कि स्कूल भी तालाब बन गया है, जिससे बच्चे पानी में अपना भविष्य गढ़ने को मजबूर हैं. ये बदहाली की दास्तां है डोटो के प्राथमिक शाला भवन की, जहां 69 छात्र-छात्राएं अपने उज्ज्वल भविष्य के लिए हर रोज पानी के बीच पढ़ने को मजबूर हैं.
प्राथमिक शाला में 15 दिनों से पानी भरा हुआ है. इसके चलते यहां पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो गया है. बताया जा रहा है यहां स्कूल लगाने में काफी परेशानी हो रही है. इस प्राथमिक शाला में कुल 69 छात्र-छात्राएं पढ़ने के लिए आते हैं, जो यहां पढ़कर अपना भविष्य गढ़ना चाहते हैं, लेकिन बारिश और प्रशासन की लापरवाही के कारण ये पानी में पढ़ने को मजबूर हैं.
एक रूम में पढ़ाई करने को मजबूर
छात्र-छात्राओं ने कहा कि बीते 15 दिनों से सभी क्लास रूम में पानी भर गया है. इसके चलते ठीक से पढ़ाई नहीं हो पा रही है. पानी भरने से मजबूरी में बगल के मिडिल स्कूल के अतिरिक्त भवन में बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं. एक ही रूम में सभी क्लास के छात्र-छात्राएं एक साथ बैठकर पढ़ाई करते हैं, जिससे पढ़ाई में बाधा हो रही है.
स्कूल में एक ही शिक्षक
बता दें कि पहली से पांचवी तक के बच्चों को एक रूम में दो-दो क्लास लगाई जाती है. साथ ही एक क्लास हॉल में लगाई जाती है. वहीं इन सभी बच्चों को पढ़ाने के लिए एक ही शिक्षक है. सवाल ये उठता है कि इन तमाम परेशानियों के बाद भी शासन-प्रशासन इस ओर ध्यान क्यों नहीं दे रहा है.