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पुल और सड़क के बाद स्कूल भी बना तालाब, शिक्षा के लिए पानी से 'जंग' लड़ रहे छात्र

भारी बारिश के कारण स्कूल तालाब में तब्दील हो गया है. पहली से पांचवी तक के बच्चों को एक ही रूम में पढ़ाई करने को मजबूर है.

डोटो के प्राथमिक शाला भवन में पानी भर गया
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Published : Sep 6, 2019, 8:22 PM IST

Updated : Sep 7, 2019, 12:03 AM IST

बलौदाबाजार : भारी बारिश ने न सिर्फ सड़कें और पुल को नदी में तब्दील कर दिया है, बल्कि स्कूल भी तालाब बन गया है, जिससे बच्चे पानी में अपना भविष्य गढ़ने को मजबूर हैं. ये बदहाली की दास्तां है डोटो के प्राथमिक शाला भवन की, जहां 69 छात्र-छात्राएं अपने उज्ज्वल भविष्य के लिए हर रोज पानी के बीच पढ़ने को मजबूर हैं.

डोटो के प्राथमिक शाला भवन में पानी भर गया

प्राथमिक शाला में 15 दिनों से पानी भरा हुआ है. इसके चलते यहां पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो गया है. बताया जा रहा है यहां स्कूल लगाने में काफी परेशानी हो रही है. इस प्राथमिक शाला में कुल 69 छात्र-छात्राएं पढ़ने के लिए आते हैं, जो यहां पढ़कर अपना भविष्य गढ़ना चाहते हैं, लेकिन बारिश और प्रशासन की लापरवाही के कारण ये पानी में पढ़ने को मजबूर हैं.

एक रूम में पढ़ाई करने को मजबूर
छात्र-छात्राओं ने कहा कि बीते 15 दिनों से सभी क्लास रूम में पानी भर गया है. इसके चलते ठीक से पढ़ाई नहीं हो पा रही है. पानी भरने से मजबूरी में बगल के मिडिल स्कूल के अतिरिक्त भवन में बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं. एक ही रूम में सभी क्लास के छात्र-छात्राएं एक साथ बैठकर पढ़ाई करते हैं, जिससे पढ़ाई में बाधा हो रही है.

स्कूल में एक ही शिक्षक
बता दें कि पहली से पांचवी तक के बच्चों को एक रूम में दो-दो क्लास लगाई जाती है. साथ ही एक क्लास हॉल में लगाई जाती है. वहीं इन सभी बच्चों को पढ़ाने के लिए एक ही शिक्षक है. सवाल ये उठता है कि इन तमाम परेशानियों के बाद भी शासन-प्रशासन इस ओर ध्यान क्यों नहीं दे रहा है.

बलौदाबाजार : भारी बारिश ने न सिर्फ सड़कें और पुल को नदी में तब्दील कर दिया है, बल्कि स्कूल भी तालाब बन गया है, जिससे बच्चे पानी में अपना भविष्य गढ़ने को मजबूर हैं. ये बदहाली की दास्तां है डोटो के प्राथमिक शाला भवन की, जहां 69 छात्र-छात्राएं अपने उज्ज्वल भविष्य के लिए हर रोज पानी के बीच पढ़ने को मजबूर हैं.

डोटो के प्राथमिक शाला भवन में पानी भर गया

प्राथमिक शाला में 15 दिनों से पानी भरा हुआ है. इसके चलते यहां पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो गया है. बताया जा रहा है यहां स्कूल लगाने में काफी परेशानी हो रही है. इस प्राथमिक शाला में कुल 69 छात्र-छात्राएं पढ़ने के लिए आते हैं, जो यहां पढ़कर अपना भविष्य गढ़ना चाहते हैं, लेकिन बारिश और प्रशासन की लापरवाही के कारण ये पानी में पढ़ने को मजबूर हैं.

एक रूम में पढ़ाई करने को मजबूर
छात्र-छात्राओं ने कहा कि बीते 15 दिनों से सभी क्लास रूम में पानी भर गया है. इसके चलते ठीक से पढ़ाई नहीं हो पा रही है. पानी भरने से मजबूरी में बगल के मिडिल स्कूल के अतिरिक्त भवन में बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं. एक ही रूम में सभी क्लास के छात्र-छात्राएं एक साथ बैठकर पढ़ाई करते हैं, जिससे पढ़ाई में बाधा हो रही है.

स्कूल में एक ही शिक्षक
बता दें कि पहली से पांचवी तक के बच्चों को एक रूम में दो-दो क्लास लगाई जाती है. साथ ही एक क्लास हॉल में लगाई जाती है. वहीं इन सभी बच्चों को पढ़ाने के लिए एक ही शिक्षक है. सवाल ये उठता है कि इन तमाम परेशानियों के बाद भी शासन-प्रशासन इस ओर ध्यान क्यों नहीं दे रहा है.

Intro:बलौदाबाजार - बच्चों के पाठशाला में पानी भर जाने से बच्चों का पढाई पूरा ठप पड़ा है.कक्षा पहली से पांचवी तक के 69 छात्र छात्राएं अतिरिक्त भवन में एक साथ बैठकर पढाई करने को मजबूर है. लेकिन प्रशासन को इस बात की खबर ही नही है.
Body:बलौदाबाजार जिला के बिलाईगढ़ विधानसभा अंतर्गत ग्राम डोटों के प्राथमिक शाला भवन में विगत 15 दिनों से पानी भरा हुआ है. जिसके चलते वहाँ पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य अंधकार मय हो गया है. बताया जा रहा है यहाँ स्कूल लगाने में काफी परेशानियां हो रहा है. इस प्राथमिक शाला में कुल 69 छात्र छात्राएं पढ़ने आते है. जो पढाई कर अपनी जिंदगी गढ़ना चाहते है लेकिन इन बच्चों के पढाई में ही पानी भर जाएगा ऐसा कभी नही सोचा था.

आपको बता दें प्राथमिक शाला सिंधीचुआ - डोटों में कक्षा 1 से लेकर पाँचवी तक के छात्र छात्राओं को दो रूम और एक हॉल में ही बैठाकर शिक्षा दिया जाता है.यदि हम यहाँ पढ़ाने वाले शिक्षक की माने तो एक रूम में दो-दो क्लास और हॉल में एक क्लास लगाते है.यहाँ पढ़ने वाले छात्र छात्राओं ने बताया कि विगत 15 दिनों से सभी क्लास रूम में पानी भरा हुआ है जिसके चलते उनकी पढ़ाई लिखाई ठप है और दो ही दिन स्कूल लगते हुआ है, सभी छात्र छात्राएं पानी भरने के कारण मजबूरी में दूसरे मिडिल स्कूल के अतिरिक्त भवन में बैठकर अपनी पढाई करने को मजबूर है. एक ही रूम में सभी क्लास के छात्र छात्राएं एक साथ बैठ कर पढ़ाई करते है जिनसे पढाई अवरुद्ध है.

गौरतलब यहां दो शिक्षक पदस्थ है. एक शिक्षक और एक शिक्षिका, शिक्षिका लम्बे समय के लिए मेडिकल अवकास में है इस लिए शिक्षक की कमी भी मानी जा रही है. ऐसे में अंदाजा भी लगाया जा सकता है कि यहाँ पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य कितने फल फूल रहा होगा.
बच्चों की जनसंख्या को देखते हुए यहाँ कुल 3 शिक्षक का होना आवश्यक है. ऐसे में एक ही शिक्षक के भरोसे सभी क्लास चलना अपने आप मे ही बंया कर रही है।।

Conclusion:खबर दिखाए जाने के बाद अब देखना होगा कि क्या शासन प्रशासन इन बच्चों को और शिक्षक दे पाएगा और स्कूल में भरी पानी से किस तरह निजात दिलाएगा.

बाईट 01- छात्रा

बाईट02 - छात्र

बाईट 03- रामलाल चंद्रा - शिक्षक
Last Updated : Sep 7, 2019, 12:03 AM IST
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