बलौदाबाजार: कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने शुक्रवार को गिरदावरी के संबंध में राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारियों और पटवारियों की अहम बैठक ली है. इस मीटिंग में कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि धान खरीदी के पहले बोई गई खरीफ फसलों के रकबा का सत्यापन किया जाएगा. किसानों के खेतों में पहुंचकर बोए गए रकबे की जांच की जाएगी. यह राज्यव्यापी अभियान 1 अगस्त से शुरू होगा, जो कि 20 सितम्बर तक चलेगा.
बता दें कि, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को ही वीडियो कन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित कलेक्टर्स की बैठक में अन्य विषयों के अलावा धान खरीदी की प्रारंभिक तैयारियों की समीक्षा भी की थी. उन्होंने खरीदी के पूर्व सुव्यवस्थित तरीके से गिरदावरी का काम निपटा लिए जाने के निर्देश दिए हैं.
किसानों के खेत में पहुंच कर करें काम
कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने कहा कि गिरदावरी का काम किसानों की मौजदूगी में पारदर्शिता से किया जाना है. इसे किसी के घर में बैठकर नहीं बल्कि, किसानों के असल खेत में पहुंचकर पूरा करना है. किसानों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को गिरदावरी की जानकारी पूर्व से ही दी जाए. इसके लिए गांवों में मुनादी करने के निर्देश दिए गए हैं.
2019-20 में हुए धान खरीद पंजीयन की सूची
कलेक्टर ने कहा कि, गिरदावरी के लिए साल 2019-20 के धान खरीदी पंजीयन की सूची डाउनलोड कर सरल क्रमांक के अनुसार खेतों की फसलवार बोआई का विवरण तैयार किया जाना है. हर किसान के खसरावार वर्तमान खेत में बोआई का रकबा और पड़त का रकबा भुईयां सॉप्टवेयर में दिए गए डाटा के अनुसार तैयार किया जाएगा. इसके साथ ही प्रत्येक खसरावार रकबे का किसानवार मोबाइल में फोटो संधारित किया जाना है.
21 जुलाई से शुरू किया जा रहा प्रशिक्षण
संयुक्त कलेक्टर और भू-अभिलेख शाखा के प्रभारी अरविंद पांडेय ने बताया कि गिरदावरी काम में लगे अधिकारी-कर्मचारियों का 21 जुलाई से प्रशिक्षण शुरू किया जा रहा है. यह प्रशिक्षण जिला पंचायत के सभाकक्ष में सुबह करीब साढ़े 11 बजे से शुरू होगा. इसके तहत 21 जुलाई को बलौदाबाजार तहसील, 22 जुलाई को पलारी तहसील, 23 जुलाई को भाटापारा तहसील, 24 जुलाई को सिमगा तहसील, 25 जुलाई को कसडोल तहसील और 27 जुलाई को बिलाईगढ़ तहसील में होगा.
ये अधिकारी रहे मौजूद
इस महवपूर्ण अभियान में राजस्व-कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है. बैठक में जिला पंचायत की CEO फरिहा आलम, अपर कलेक्टर जोगेन्द्र नायक और राजेन्द्र गुप्ता भी मौजूद थे.