बलौदा बाजार: मौसम विभाग के अनुसार छत्तीसगढ़ में 10 जून तक मानसून (Monsoon in Chhattisgarh) दस्तक देने वाला है. बारिश से पहले प्रदेश के सभी जिले अपनी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं. बलौदा बाजार में बारिश में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है. पिछले साल भी जिले में अधिक बारिश होने से कई जगहों में बाढ़ आ गया था. जिसके बाद नगर सेना के जवानों ने शहर में रेस्क्यू ऑपरेशन भी चलाया था. चूंकि अब जल्द मानसून के आने की संभावना है, जिसे देखते हुए नगर सेना बलौदा बाजार के जवान बरसात में संभावित बाढ़ और आपदा से बचाव के लिए तैयारियों में जुट गए हैं. जवानों ने शनिवार को पलारी के बालसमुंद तालाब में मॉकड्रिल कर परीक्षण किया, साथ ही आपदा से बचाव में उपयोग होने वाले उपकरणों का भी टेस्ट किया गया. मॉकड्रिल के दौरान सारे परीक्षण जीवंत तरीके से किए गए. जिससे आपदा के समय किसी भी प्रकार की चूक न हो.
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बाढ़ बचाव में उपयोग होने वाले सभी उपकरण का हुआ सफल परीक्षण
बलौदा बाजार के नगर सेना जवानो ने मॉकड्रिल (Mock drill of Nagar Sewa Jawan) के दौरान बाढ़ में फंसे किसी व्यक्ति को कैसे बचाया जाये, इसका प्रदर्शन किया. ऐसा इसलिए किया गया ताकि वास्तविक संकट के हालात से सामना होने पर किसी प्रकार के चूक की गुंजाइश न हो. वहीं बाढ़ आपदा में बचाव में काम आने वाली वॉटर बोट, एल्युमीनियम बोट, एचडीपीई बोट, चेन शॉ, ताला काटने की मशीन समेत सभी औजारों का प्रयोग कर उन्हें आजमाया गया. परीक्षण के दौराम सभी उपकरण सही और चालू हालत में पाए गये. इसके साथ ही मॉकड्रिल में स्थानीय जुगाड़ तकनीक के तहत टीपा, टायर-ट्यूब, पानी बोतल, राफ्ट से तैरने वाले उपकरणों का प्रयोग कर बाढ़ (flood) से बचने की तकनीक (Technique) भी लोगों को बताया गया
नगर सेना ने 4 सालों में बचाया 700 से ज्यादा लोगों की जान
नगर सेना के जिला कमांडेंट नागेंद्र कुमार सिंह (Nagar Sena district commandant Nagendra Kumar Singh) की उपस्थिति में मॉकड्रिल के पहले चरण का परीक्षण पूरा किया गया. उन्होंने बताया कि बरसात का सीजन शुरू होने के पहले संभावित आपदा को ध्यान में रखते हुए यह मॉकड्रिल किया गया, साथ ही बाढ़ आपदा के समय काम आने वाले उपकरणों की कार्यप्रणाली का जायजा भी लिया गया. उन्होंने बताया कि बाढ़ बचाव दल में 21 सदस्यों की टीम चौबीसों घंटे आपदा से निपटने के लिए तैयार रहती है. नगर सेना, नागरिक सुरक्षा, अग्निशमन और आपातकालीन सेवा SDRF मुख्यालय और जिला प्रशासन के आदेश और निर्देश पर बाढ़ आपदा बचाव टीम हमेशा तैयार रहती है. नगर सेना के कमांडेन्ट नागेंद्र सिंह के कुशल नेतृत्व में पिछले 4 सालों में बाढ़ में फंसे 7 सौ ज्यादा लोगों का बचाव कर उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है.