ETV Bharat / state

किसान की वजह से चीतल को मिला नया जीवन, विभाग ने जंगल में छोड़ा - baloada updated news

4 बरस का नर चीतल जंगल से भटक कर गांव आ गया था, जिसे वन विभाग की टीम ने बचाया है.

orest department left chital in  forest
वन विभाग ने जंगल ले जाकर छोड़ा
author img

By

Published : Jan 15, 2020, 8:45 PM IST

Updated : Jan 15, 2020, 10:53 PM IST

बलौदाबाजार: जंगल से भटककर गांव में पहुंचे एक चीतल को वन विभाग की टीम ने सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया है. लगभग 4 साल के नर चीतल को अपने कब्जे में लेकर विभाग के उड़नदस्ता दल ने जंगल में छोड़ दिया है.

वन विभाग ने जंगल ले जाकर छोड़ा

वन मंडलाधिकारी अरविन्द व्यास ने बताया कि बलौदाबाजार वन परिक्षेत्र में जंगल से भटक कर एक चीतल बुधवार को सवेरे कोहरौद चला गया था. इस दौरान किसान रूपचंद पैकरा ने हिंसक जानवरों से बचाने के लिए चीतल को अपने घर में रखकर वन विभाग को सूचना दी.

वन विभाग ने रेंजर राकेश चौबे के नेतृत्व में टीम कोहरौद के लिए रवाना किया. टीम ने गांव पहुंचकर रूपचंद के कब्जे से चीतल अपने सुपुर्द में लिया. चीतल के स्वास्थ्य की जांच की गई. कहीं पर भी चोट के निशान नहीं पाए गए. बाकायदा इसका पंचनामा और फोटोग्राफी भी कराई गई. चीतल के पूरी तरह से स्वस्थ होने पर इसे शासकीय वाहन से ले जाकर धाराशिव के जंगल में छोड़ दिया गया. वन वन मंडलाधिकारी ने वन्यप्राणी की सुरक्षा के लिए किसान पैकरा के योगदान की सराहना की. उन्हें सार्वजनिक कार्यक्रम में सम्मानित करने की घोषणा की.

बलौदाबाजार: जंगल से भटककर गांव में पहुंचे एक चीतल को वन विभाग की टीम ने सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया है. लगभग 4 साल के नर चीतल को अपने कब्जे में लेकर विभाग के उड़नदस्ता दल ने जंगल में छोड़ दिया है.

वन विभाग ने जंगल ले जाकर छोड़ा

वन मंडलाधिकारी अरविन्द व्यास ने बताया कि बलौदाबाजार वन परिक्षेत्र में जंगल से भटक कर एक चीतल बुधवार को सवेरे कोहरौद चला गया था. इस दौरान किसान रूपचंद पैकरा ने हिंसक जानवरों से बचाने के लिए चीतल को अपने घर में रखकर वन विभाग को सूचना दी.

वन विभाग ने रेंजर राकेश चौबे के नेतृत्व में टीम कोहरौद के लिए रवाना किया. टीम ने गांव पहुंचकर रूपचंद के कब्जे से चीतल अपने सुपुर्द में लिया. चीतल के स्वास्थ्य की जांच की गई. कहीं पर भी चोट के निशान नहीं पाए गए. बाकायदा इसका पंचनामा और फोटोग्राफी भी कराई गई. चीतल के पूरी तरह से स्वस्थ होने पर इसे शासकीय वाहन से ले जाकर धाराशिव के जंगल में छोड़ दिया गया. वन वन मंडलाधिकारी ने वन्यप्राणी की सुरक्षा के लिए किसान पैकरा के योगदान की सराहना की. उन्हें सार्वजनिक कार्यक्रम में सम्मानित करने की घोषणा की.

Intro:बलौदाबाजार - जंगल से भटक कर गांव आ पहुंचे एक चीतल को वन विभाग की टीम ने सुरक्षित रूप से बचाया है। लगभग 4 साल के नर चितल को अपने कब्जे में लेकर विभाग की उड़न दस्ता दल ने नजदीक के जंगल में विचरण के लिए मुक्त कऱ दिया है। Body:वन मण्डलाधिकारी अरविन्द व्यास ने बताया कि बलौदाबाजार वन परिक्षेत्र में जंगल से भटक कर एक चीतल आज सवेरे ग्राम कोहरौद आ पहुंचा। लगभग 4 बरस का नर चीतल गांव के आदिवासी किसान रूपचंद पैकरा के निवास पर शरण लिये हुये था। किसान ने जंगली जानवर को सुरक्षित रखकर वन विभाग तक इसकी सूचना पहुंचवाई। वन विभाग ने तत्काल हरकत में आते हुए रेंजर राकेश चैबे के नेतृत्व में टीम कोहरौद के लिए रवाना किया। टीम ने गंाव पहुंचकर रूपचंद के कब्जे से चीतल अपने सुपुर्द में लिया। चीतल के स्वास्थ्य की जांच की गई। कहीं पर भी चोट के निशान नहीं पाये गये। बाकायदा इसका पंचनामा एवं फोटोग्राफी भी कराया गया। चीतल के पूर्ण स्वस्थ होने का यकीन हो जाने के बाद इसे शासकीय वाहन से ले जाकर धाराशिव के जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया। वन मण्डलाधिकारी ने वन्य पाणी की सुरक्षा में किसान रूपचंद पैकरा के योगदान की सराहना की है और उन्हें सार्वजनिक कार्यक्रम में सम्मानित किये जाने की घोषणा की है। Conclusion:
Last Updated : Jan 15, 2020, 10:53 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.