बलौदाबाजार: जंगल से भटककर गांव में पहुंचे एक चीतल को वन विभाग की टीम ने सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया है. लगभग 4 साल के नर चीतल को अपने कब्जे में लेकर विभाग के उड़नदस्ता दल ने जंगल में छोड़ दिया है.
वन मंडलाधिकारी अरविन्द व्यास ने बताया कि बलौदाबाजार वन परिक्षेत्र में जंगल से भटक कर एक चीतल बुधवार को सवेरे कोहरौद चला गया था. इस दौरान किसान रूपचंद पैकरा ने हिंसक जानवरों से बचाने के लिए चीतल को अपने घर में रखकर वन विभाग को सूचना दी.
वन विभाग ने रेंजर राकेश चौबे के नेतृत्व में टीम कोहरौद के लिए रवाना किया. टीम ने गांव पहुंचकर रूपचंद के कब्जे से चीतल अपने सुपुर्द में लिया. चीतल के स्वास्थ्य की जांच की गई. कहीं पर भी चोट के निशान नहीं पाए गए. बाकायदा इसका पंचनामा और फोटोग्राफी भी कराई गई. चीतल के पूरी तरह से स्वस्थ होने पर इसे शासकीय वाहन से ले जाकर धाराशिव के जंगल में छोड़ दिया गया. वन वन मंडलाधिकारी ने वन्यप्राणी की सुरक्षा के लिए किसान पैकरा के योगदान की सराहना की. उन्हें सार्वजनिक कार्यक्रम में सम्मानित करने की घोषणा की.