बलौदाबाजार: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है. ऐसे में अपनी रोजी-रोटी के जुगाड़ में दूसरे राज्य गए मजदूरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ये लॉकडाउन इन मजदूरों के लिए आफत का सबब बन गया है, जिसकी वजह से दूसरे राज्यों में गए मजदूर वहीं फंसकर रह गए हैं. ऐसा ही मामला जिले के बिलाईगढ़ ब्लॉक से आया है, जहां छत्तीसगढ़ से झारखंड के ईंट भट्ठे में काम करने गए मजदूरों को बंधक बनाकर रखने का मामला सामने आया है.
बिलाईगढ़ के ग्राम पंचायत धोबनीडीह में रहने वाले बाबूलाल उर्फ बबलू महिलाने और उनकी पत्नी राधा बाई महिलाने को ठेकेदार विष्णु प्रसाद अजय अपने साथ झारखंड ले गया था. ठेकेदार दोनों को लंबे समय तक काम दिलाने और ज्यादा मेहनताना दिलाने का लालच देकर झारखंड के लोहरदगा जिले में स्थित कुडू थाना क्षेत्र के सरनाटोली गांव के ईंट भट्ठी लेकर गया था. यहां रवि कुमार साहू के ईंट भट्ठे में उन लोगों को काम दिया गया था. ठेकेदार विष्णु कुछ दिनों तक उनके साथ रहा. इसी बीच ठेकेदार विष्णु ईंट भट्ठे के मालिक से निजी काम और छत्तीसगढ़ से और मजदूर लाने के नाम पर लाखों रुपए एडवांस लेकर छत्तीसगढ़ वापस आ गया.
दोनों का मोबाइल छीना
कुछ दिन बीत जाने के बाद ईंट भट्ठे के मालिक ने वहां काम कर रहे बाबूलाल और उसकी पत्नी राधा बाई से विष्णु के बारे में जानकारी ली. इस पर बाबूलाल ने कोई जानकारी नहीं होने की बात कही. जिसके बाद मालिक ने बाबूलाल से गालीगलौज और मारपीट की. इसके बाद से ही ईंट भट्ठे के मालिक ने पति-पत्नी दोनों को बंधक बनाकर रखा है. इतना ही नहीं मालिक ने दोनों का मोबाइल भी छीन लिया है. बाबूलाल ने मामले की जानकारी किसी तरह अपने परिजनों तक पहुंचाई.
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परिजनों ने लगाई गुहार
मामले की जानकारी लगते ही परिजनों ने इसकी सूचना भटगांव थाने में दी. बाबूलाल के पिता ने बलौदाबाजार के एसपी और कलेक्टर से शिकायत कर अपने बेटे-बहू को ईंट भट्ठे के मालिक से छुड़ाने की गुहार लगाई है. शिकायतकर्ता रामलाल महिलाने की मानें तो शिकायत के बाद अब तक उन्हें सिवाय आश्वासन के कुछ भी नहीं मिला है. शिकायतकर्ता ने विनती करते हुए कहा कि उनके बेटे-बहू के साथ कुछ अनहोनी हो, उससे पहले शसान-प्रशासन किसी तरह उन्हें छुड़ाकर घर वापस ले आए.