बलौदाबाजार: लवन-कसडोल मुख्य नहर निर्माण कार्य घटिया होने के कारण नहर जगह-जगह से टूट रही है, जिससे किसान खेतों में सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं. अभी देरी से पकने वाले धान की किस्मों को आखिरी सिंचाई की जरूरत पड़ रही है, लेकिन नहर में पानी नहीं है.
किसान बताते हैं कि नहर का निर्माण ठेकेदार ने अधूरा व घटिया कराया था, जो कि किसानों के लिए परेशानियों का सबब बना हुआ है. नहर जगह-जगह से टूट रही है. साथ ही नहर से खेतों में पानी जाने के लिये लगाये गए कुलापा (सीमेंट का पाइप) भी खेत से ऊपर लगाया गया है, जिससे पानी खेतों तक नहीं पहुंच पा रहा है.
अधूरे कार्य को पूरा करने की मांग
नहर कार्य अधूरा होने के कारण लवन क्षेत्र के दर्जनों गांव जैसे मुंडा, खरतोरा, अहिल्दा के सैकड़ों एकड़ जमीन पर देर से तैयार होने वाले धान की फसलों की सिंचाई नहीं हो पा रही है, जिसके कारण किसान नहर मरम्मत करने और नहर के अधूरे कार्य को पूरा करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सिंचाई विभाग में शिकायत के तीन महीने बाद भी समस्या जस की तस है. सिंचाई नहीं होने से सूखे की आशंका बनी हुई है.