बलौदाबाजार: रायुपर सांसद सुनील सोनी के PSO की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सांसद के संपर्क में आए सभी पत्रकारों और बीजेपी नेताओं को होम क्वॉरेंटाइन किया गया था. इस मामले पर बीजेपी नेता और पत्रकारों का आरोप है कि बलौदाबाजार कोतवाली प्रभारी ने मामले को स्वास्थ्य विभाग और जिला कलेक्टर के संज्ञान में लाए बिना ही देर रात उनके घरों के बाहर कोविड-19 का स्टिकर चिपका दिया. इस पर पत्रकारों और बीजेपी नेताओं ने नाराजगी जताते हुए शनिवार को एसपी को ज्ञापन सौंपा है. साथ ही पूरे मामले की जांच कर जल्द कार्रवाई की मांग की है.
यह है पूरा मामला
बता दें कि 27 जून को 6 लोगों ने मिलकर बलौदाबाजार में भाजपा के युवा नेता भक्ति यादव की चाकू मरकर हत्या कर दी थी. इस घटना की सूचना मिलने पर 29 जून को सांसद सुनील सोनी बलौदाबाजार पहुंचे थे. वहीं जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मीटिंग कर पूरे मामले की जानकारी ली थी. साथ ही मृतक के घर भी पहुंचे थे. इसके बाद बलौदाबाजार भाजपा कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए थे. वहीं इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा के तमाम नेता और जिले के पत्रकार मौजूद थे.
प्रशासनिक अमले में मचा हड़कंप
वहीं हाल ही में सांसद सुनील सोनी के PSO की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. जिसके बाद पूरे प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद सभी नेतओं और पत्रकारों को क्वॉरेंटाइन कर दिया गया. लेकिन उन्हें बिना बताए ही उनके घरों के बाहर 14 दिनों के लिए होम कॉरेंटाइन रहने के लिए सभी के घरों में कोविड-19 का स्टिकर लगा दिया गया.
बिना सूचना के स्टिकर चिपकाने के बाद सभी भाजपा के नेताओं और पत्रकारों ने कोतवाली प्रभारी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा किया है. साथ ही पूरे मामले की जानकारी और ज्ञापन एसपी को सौंपकर कार्रवाई करने की मांग की है. पत्रकारों ने आरोप लगाया है कि मीडिया लगातार भक्ति यादव हत्याकांड की खबर प्रकाशित कर रहा है और इस मामले में नए-नए खुलासे हो रहे है, लेकिन पुलिस ने अपनी नाकामी को छिपाने के लिए पत्रकारों को 14 दिनों के लिए होम कॉरेंटाइन कर दिया है.
TI के खिलाफ कार्रवाई की मांग
पत्रकारों ने बताया कि इससे पहले TI ने एक पत्रकार के साथ खुलेआम अभद्रता की थी, जिसकी शिकायत तत्कालीन एसपी से किया गया था. इसके बाद TI को समझाइश दी गई थी, लेकिन अब बिना कोई सूचना और स्वास्थ्य विभाग की जानकारी के बिना TI द्वारा जबरन किए गए इस कार्रवाई के लिए भाजपा के नेता और पत्रकारों ने एसपी को ज्ञापन सौंपकर TI के खिलाफ के कार्रवाई और ट्रांसफर की मांग की है.