बलौदा बाजार: छत्तीसगढ़ में आज बच्चों के स्कूल जाने का पहला दिन था और आज के शुभ दिन एक अधिकारी ने मिसाल पेश की है. बसना विकासखंड के ब्लॉक शिक्षा अधिकारी जे आर डहरिया ने अपने तीन बच्चों का एडमिशन सरकारी स्कूल में कराया है. इससे पहले वर्तमान में कबीरधाम जिले कलेक्टर अवनीश शरण ने आंगनबाड़ी में अपनी बेटी का दाखिला कराया था.
ब्लॉक शिक्षा अधिकारी जे आर डहरिया ने अपनी बेटी और दो बेटों को दाखिला बिलाईगढ़ विकास खण्ड के गौराडीपा के सरकारी स्कूल में कराया है. गांव के सरकारी स्कूलों के प्रति लोगों का रुझान बढ़ाने के लिए बसना बीईओ जे आर डहरिया ने बिलाईगढ़ विकास खण्ड के गौराडीपा में अपने तीनों बच्चों का एडमिशन कराया है. साथ ही लोगों से सरकारी स्कूल में अपने बच्चों का दाखिला कराने की अपील की है.
बिगाड़ दी गई है सरकारी स्कूलों की छवि
सरकारी स्कूलों की पढ़ाई, वहां के शिक्षकों को लेकर नकारात्मक खबरें जगह पाती रही हैं. जिससे ऐसे विद्यालयों की छवि भी बिगड़ी है. बड़े अधिकारी हों या बिजनेसमैन और मध्यम वर्गीय परिवारों से ताल्लुक रखने वाला एक बड़ा वर्ग, अपने बच्चों का दाखिला सरकारी स्कूलों में कराने की बजाय प्राइवेट स्कूल में कराना मुनासिब समझता है.
बीईओ ने की ये अपील
इस मामले में अवनीश शरण के बाद बीईओ जे आर डहरिया ने सार्थक पहल की है. उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में गुणवत्तायुक्त पढ़ाई के बाद भी ज्यादातर लोग निजी स्कूलों को पहली प्राथमिकता देने लगे हैं, इससे अमीर और गरीब के बच्चों में अनावश्यक दूरी के साथ सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की दर्ज संख्या पर काफी असर पड़ने लगा है.
ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने सभी अधिकारियों से अपील भी की है कि सरकारी स्कूल में अपने बच्चों को पढ़ा कर उनका भविष्य संवारे.