बलौदा बाजार: जिले के सोनाखान वन परिक्षेत्र में शुक्रवार को एक नर सांभर का शव पाया गया. सांभर की मौत का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है. हालांकि वन ग्राम वासियों का कहना है कि, यह सांभर भी आवारा कुत्तों का शिकार बना है. इस क्षेत्र में आवारा कुत्तों ने एक हफ्ता पहले ही नर हिरण पर हमला किया था. उसका शव भी क्षेत्र से बरामद किया गया.
कुत्तों के हमले की आशंका: दरअसल, ये मामला कसडोल विकासखंड अंतर्गत पड़ने वाले सोनाखान वन परिक्षेत्र का है. सोनाखान वन परिक्षेत्र में एक हफ्ते के अंदर दूसरे वन्यप्राणी की मौत हो गई है. ग्रामीणों का कहना है कि कुत्ते के हमले से जानवरों की मौत हो रही है. बताया जा रहा है कि गुरुवार दोपहर सोनाखान वन परिक्षेत्र के देवतराई बीट में एक बड़ा सांभर मृत पड़ा था.
पोस्टमार्टम के बाद मौत के कारणों का पता चलेगा: ग्रामीणों की इस पर नजर पड़ते ही उन्होंने वन विभाग को इसकी जानकारी दी. दोपहर बाद वन विभाग के अफसर घटना स्थल पर पहुंचे. विभाग ने मृत वन्य प्राणी का पंचनामा किया. वन विभाग ने आशंका जताई है कि पहले वाले सांभर की मौत का कारण आवारा कुत्तों का हमला या बीमारी हो सकती है. वहीं इस सांभर की मौत की वजह पोस्टमार्टम के बाद ही साफ हो सकेगा.
हप्ते भर में दूसरी घटना: 13 जुलाई की रात बलौदाबाजार के जंगल से भटककर कोसमसरा गांव पहुंचे एक वयस्क हिरण को कुत्तों ने दौड़ा-दौड़ा कर काट खाया था. यह मामला जिले के कसडोल क्षेत्र का है. मिली जानकारी के अनुसार कोसमसरा बीट में आवारा कुत्तों के हमले से एक हिरण की मौत हो गई थी. हिरण की उम्र 4 साल बताई गई थी.
करोड़ों खर्च के बाद भी सुरक्षा नहीं: बता दें कि शासन ने वन एवं वन्य प्राणियों को बचाने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं के तहत करोड़ों रुपये खर्च किए गए हैं. लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों की निष्क्रियता और वन क्षेत्रों में पर्याप्त गस्त न होने से पूरे साल वन्य प्राणियों की मौत होती रहती है. इस क्षेत्र में हाथी, तेंदुआ, चीतल, बायसन सहित खरगोश शिकार के मामले लगातार सुर्खियों में रहते हैं.