बलौदाबाजार : जिले में बाल मजदूरी के मामलों को देखते हुए कलेक्टर ने टीम गठित कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. टीम की ओर से लगातार की गई छापेमारी के दौरान कृष्णा ढाबा, पापी पेट ढाबा और बजरंग क्लॉथ सेंटर में एक-एक बाल श्रमिक काम करते हुए मिले, जिसके बाद श्रम अधिनियम के तहत इन संस्थानों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
दरअसल, कलेक्टर कार्तिकेय गोयल के निर्देशन में टीम गठित की गई है. जिसमें श्रम पुलिस, शिक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग को शामिल किया गया है. टीम की ओर से शहर में बच्चों से काम कराने वाली 3 संस्थानो पर कार्रवाई करते हुए छापेमार कार्रवाई की गई.
श्रम विभाग के सहायक संचालक तेजस चंद्राकर ने बताया कि, 'टीम की ओर से आगामी कार्रवाई के लिए प्रकरण को बाल कल्याण समिति को भेजा गया है, जिसके तहत बालकों के पुनर्वास हेतु जरूरी कदम उठाए जाएंगे'.
वहीं सहायक संचालक ने बताया कि, 'जिले में 10 जून से 15 जून तक बाल श्रम निषेध सप्ताह आयोजित किया गया है. इस हफ्ते में संयुक्त टीम के जरिए कसडोल, भाटापारा, बलौदाबाजार के सभी स्थानों पर जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है. वहीं बाल श्रम को रोकने के लिए सभी दुकानों और ढाबों में पम्पलेट लगाए जा रहे हैं.
पूर्व में भी संयुक्त टीम द्वारा भाटापारा में कार्रवाई की गई थी. इसके आलावा बलौदाबाजार में भी तीन संस्थानों पर कार्रवाई की गई है. वहीं आरोपियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही साथ ही ढाबों और दुकानों में काम कर रहे बच्चों पर उम्र संबंधी जांच के लिए बाल कल्याण समिति को निर्देशित किया गया है. यदि उनकी उम्र 14 साल से कम पाई जाती है, तो श्रम अधिनियम के तहत संस्थानों पर कार्रवाई की जाएगी.