बलौदाबाजार: बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने जिला प्रशासन ने अपनी कमर कस ली है. युद्ध स्तर पर तैयारी की जा रही है. एक ओर जहां स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है. वहीं दूसरी और अन्य राज्यों से घर लौट रहे प्रवासी मजदूरों के लिए एक बार फिर क्वॉरेंटाइन सेंटर तैयार किए जा रहे हैं. जिले में अब तक 272 प्रवासी मजदूरों की वापसी हुई है. जिसमे से 19 संक्रमित पाए गए हैं.
जिला पंचायत के प्रभारी सीईओ हरिशंकर चौहान ने बताया कि जिले के 6 जनपदों में 844 क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं.सभी संक्रमित प्रवासी मजदूरों को 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया गया है. जनपद पंचायत बालौदाबाजार में 106,भाटापारा में 108, बिलाईगढ़ 220, कसडोल 180, पलारी 125 और सिमगा में 105 क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. जिसकी प्रारंभिक तैयारी पूरी कर ली गई है. इसके लिए गांवो में शासकीय स्कूलों के भवन, समाजिक भवनों का चयन कर सरपंच-सचिवों को निर्देश जारी कर दिया गया है. इन सेंटरो में अन्य राज्यों से आए हुए प्रवासी मजदूरों को 14 दिनों के लिए कॉरेंटाइन रखा जाएगा. ताकि संक्रमण गावों में ना फैल सके.
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272 मजदूरों में 19 मजदूर पाए गए कोरोना संक्रमित
प्रभारी CEO चौहान ने बताया कि अभी तक जिले में कुल 272 लोग दूसरे राज्यों से आए हैं. सभी का रेजिस्ट्रेशन भी किया गया है. जिसमें जनपद पंचायत बालौदाबाजार में 35, भाटापारा में 46, बिलाईगढ़ 29, कसडोल 46, पलारी 28 और सिमगा में 88 मजदूर शामिल हैं, लौट कर आए 272 मजदूरों में से 19 मजदूर संक्रमित पाए गए हैं. संक्रमित मजदूरों को लक्षण के आधार पर कुछ को कोविड केयर सेंटर और कुछ को क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजा गया है.
बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन में भी की जा रही कोरोना जांच
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार लौटने वाले ज्यादातर मजदूर उत्तरप्रदेश, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर सहित अन्य राज्यों से आए हैं. जिले में वापस लौटकर आए प्रवासी मजदूरों की कोरोना जांच के लिए जिले के बॉर्डर और रेल्वे स्टेशन भाटापारा में कोविड टेस्ट सेंटर बनाया गया है. जहां यात्रियों की टेस्टिंग की जा रही है.