बलौदाबाजार: जिले के रोहांसी गांव में 17 हथियों का दल एक बार फिर लौट आया है. बता दें कि हाथियों के इस दल ने बीते साल अक्टूबर से दिसम्बर तक रोहांसी के बांस के जंगलों में जमकर उत्पात मचाया था. वहीं आसपास के इलाकों की सैंकड़ों एकड़ की धान की फसल को रौंदकर बर्बाद कर दिया था.
क्षेत्र में जमकर उत्पाद मचाने वाला यह दल एक बार फिर रोहांसी के जंगल में आ चुका है. हाथियों की वापसी के बाद वन विभाग ने हाथियों को सिटी और टीन के डब्बों को बजाकर भगाने की कोशिश की, लेकिन हाथियों का दल बांस के जंगलों में ही घूमता रहा. जिसके चलते वन विभाग और पुलिस ने रोहांसी सहित आसपास के गांवों में मुनादी करा दी है कि कोई भी व्यक्ति बांस के जंगलों के पास ना जाये.
वन विभाग की बढ़ी परेशानी
जिले में हाथियों का विचरण लागातर बढ़ता ही जा रहा है. इस बार हाथियों का दल मैदानी क्षेत्र में फिर से आ पहुंचा है. जिससे वन विभाग और किसानों की परेशानी बढ़ा दी है. पिछली बार जब हाथियों ने रोहांसी गांव में डेरा जमाया था. तब वन विभाग ने कयास लगाये थे कि हाथी इस क्षेत्र को जल्दी ही छोड़ देंगे, लेकिन हाथियों ने बांस के जंगलों में तीन महीने बिता दिये थे.
चारा-पानी की तलाश में आए हाथी
एक बार फिर हाथियों ने महानदी पार करते हुए घने जंगलों को छोड़कर मैदानी क्षेत्र का रुख किया है. हाथियों की वापसी को लेकर वन विभाग का कहना है कि भीषण गर्मी होने की वजह से जंगलों में हाथियों को पर्याप्त पानी और चारा नहीं मिल पा रहा है. जिसकी वजह से हाथियों का ये दल फिर भोजन और पानी की तलाश में भटकर महानदी से होते हुए रोहांसी के जंगलों में लौट आया है. फिलहाल वन विभाग, राजस्व और पुलिस विभाग हाथियों के लोकेशन पर लागातर नजर रख रहा है.