बालोद : गुंडरदेही में बुधवार के दिन एक अनोखा रिकॉर्ड बना.जिसके साक्षी सीएम विष्णुदेव साय भी बने.दरअसल गुंडरदेही में रामचरित मानस वितरण कार्यक्रम रखा गया था.जिसमें सांसद मोहन मंडावी ने 51 हजार रामचरित मानस बांटा.जिसे गोल्डन वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया.सीएम विष्णुदेव साय ने भी इस कार्यक्रम की काफी सराहना की.साथ ही साथ कांग्रेस सरकार को भी घेरा. विष्णुदेव साय ने कहा कि हमारे तत्कालीन सरकार में जो दो वर्ष का बोनस नहीं मिल पाया था उसे देने का वादा किया था. लेकिन दे नहीं पाए. हमने पहली कैबिनेट में मंजूरी दी. 25 दिसंबर के दिन किसानों के खातों में दो वर्ष का बकाया बोनस दिया गया.
स्वर्णिम कार्यक्रम में बना रिकॉर्ड : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि हम मोदी की गारंटी को लेकर आगे बढ़ रहे हैं. इसका परिणाम यहां पर स्पष्ट रूप से देखने को मिल रहा है. आज यह स्वर्णिम कार्यक्रम है. जिसका हिस्सा बनकर मैं काफी गर्व महसूस कर रहा हूं. पूरा देश भगवान श्री राम की भक्ति में डूबा है. आज तो यहां पर रामचरित मानस का वितरण कर के एक नया अध्याय लिखा गया है.बालोद के कार्यक्रम में 178 करोड़ 8 लाख के विकास कार्यों का सौगात भी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जिले को दी. विष्णुदेव साय के साथ विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह, सांसद मोहन मंडावी, बीजेपी जिलाध्यक्ष कृष्णकांत पवार मौजूद थे.
रमन सिंह ने भूपेश सरकार पर बोला हमला : विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने भूपेश बघेल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बड़ी-बड़ी बातें करके सरकार में आए थे. लेकिन परिणाम कुछ भी नहीं निकला. पूरी तरह व्यवस्थाओं को चकनाचूर कर रख दिया गया. पर जैसे ही हमारे विष्णु देव साय जी ने कमान संभाली. तब से छत्तीसगढ़ में बड़ा परिवर्तन देखने को मिल रहा है. सीधे सादे व्यक्तित्व के धनी हैं. सरपंच से लेकर केंद्रीय मंत्री और अब मुख्यमंत्री के रूप में कमान संभाल रहे हैं.
51 हजार रामचरित मानस का बांटने का बना वर्ल्ड रिकॉर्ड : इस आयोजन में सांसद मोहन मंडावी ने 51 हजार राम चरित मानस वितरण के साथ ही वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. मुख्यमंत्री की मौजूदगी में यह वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया है. आपको बता दे सांसद मोहन मंडावी मानस कार्यों से काफी जुड़े रहते हैं.उन्होंने अब तक 51 हजार राम चरित मानस बांटा हैं. मोहन मंडावी ने इस दौरान कहा कि एक छोटी सी शुरुआत मैंने की थी. लेकिन आज यह अभियान वृहद हो चुका है. मैं गर्व महसूस करता हूं कि मैं इस अभियान का साक्षी बन पाया हूं. लोग बाइबिल बांट सकते हैं तो मैं रामचरितमानस क्यों नहीं बांट सकता. हमारा विरोध भी हुआ लेकिन मैं राम नाम को विस्तारित करने सदैव काम करता रहूंगा.
गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम ने दर्ज किया रिकॉर्ड : गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड्स की टीम ने रामचरित मानस बांटने के कार्यक्रम को गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज किया. गुंडरदेही में रामचरितमानस को पूरी प्रतिष्ठा के साथ लाल कपड़े में बांधकर श्रद्धालुओं को सौंपा गया.श्रद्धालुओं ने इसे सिर पर रखा. लगभग 3000 लोगों ने मानस को सिर माथे रखकर श्रीराम के जयजयकार के नारे लगाए.जिससे पूरा माहौल राममय हो गया.