बालोद: परसोदा ग्राम पंचायत में शीतला तालाब के निर्मला घाट पर बनाए गए पचरी की दीवार अचानक गिर गई. पंचायत पर आरोप है कि इस मामले को छिपाने के लिए ग्राम पंचायत की ओर से मौके से मलबे को हटा दिया गया. इसके अलावा घाट से सूचना बोर्ड भी गायब कर दिया गया. इसे लेकर वर्तमान सरपंच का कहना है कि ये पहले के कार्यकाल का मामला है और इस संदर्भ में जानकारी जनपद पंचायत के अधिकारियों को दे दी गई है. जांच के बाद जनपद पंचायत की ओर से संबंधित लोगों पर कार्रवाई की जाएगी.
परसोदा ग्राम पंचायत से मिली जानकारी के मुताबिक 2 साल पहले दीवार का निर्माण करीब 9 लाख 53 हजार रुपये की लागत से कराया गया था. इसके अलावा तालाब का गहरीकरण भी किया गया था. निर्माण के दो साल बाद मंगलवार को ये दीवार गिर गई. घाट पर लगे कार्य संबंधित बोर्ड में से शब्दों को पुताई कर मिटा दिया गया है. 12 मार्च 2018 को घाट पर काम शुरू किया गया था. जिसमें से 7 लाख 29 हजार रुपये मजदूरी में खर्च किए गए. जबकि 2 लाख 24 हजार रुपये इसके मैटेरियल पर खर्च हुआ.
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सचिव का हो चुका है तबादला
सरपंच का कहना है कि यह मामला पिछले कार्यकाल का है. इस संदर्भ में हमें किसी तरह की कोई जानकारी नहीं है. उक्त कार्यकाल के दौरान जिस सचिव की नियुक्ति थी उनका भी तबादला हो चुका है. सरपंच का कहना है कि हमने जिम्मेदारी निभाते हुए जनपद पंचायत को इसकी जानकारी दे दी है. अब आगे की कार्रवाई जनपद के दिशा निर्देशन में की जाएगी.
ग्रामीणों में नाराजगी
दीवार गिरने के बाद ग्रामीणों में इसे लेकर काफी नाराजगी देखी जा रही है. ग्रामीणों का कहना है कि जिम्मेदार लोगों की लापरवाही के कारण इस तरह की भ्रष्टाचार की बात सामने आ रही है.