बालोद: अक्सर हम देखते हैं कि लोग शासन प्रशासन के पास शराबबंदी और अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं. लेकन बालोद से एक विचित्र मामला सामने आया है. जहां ग्रामीणों ने शराब दुकान खोलने के लिए कलेक्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा है. करहीभदर गांव के लोगों ने मांग की है कि गांव में शराब दुकान खुलने चाहिए. ताकि गांव में अवैध शराब का व्यापार बंद हो सके. गांव के लोग चाहते हैं कि अवैध शराब बिक्री से अच्छा है कि सरकार यहां पर शराब दुकान खोल दे. पूरा मामला करहीभदर गांव का है. इस गांव में 10 साल पहले शराब दुकान हुआ करती थी. गांव के लेग चाहते हैं कि फिर से सरकार गांव में शराब दुकान खोल दे.
उप तहसील बनाने की मांग: "हम चार बिंदुओं को लेकर प्रशासन के पास पहुंचे हुए हैं. हम काफी लंबे समय से यह मांग करते आ रहे हैं. हम गांव को उप तहसील बनाने की मांग कर रहे हैं. इस गांव से बालोद लगभग 15 किलोमीटर और लगभग 12 किलोमीटर गुरुर मुख्यालय पड़ता है. लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इस गांव की आबादी काफी ज्यादा है. आसपास के लगभग दर्जन भर गांव के लोग बाजार इत्यादि चीजों के लिए इस गांव पर निर्भर रहते हैं. यदि यहां पर वह तहसील बनाया जाएगा, तो करही भदर सहित पास के लोगों को इसका लाभ मिलेगा." -लीलाराम डडसेना, करहीभदर सरपंच
चक्काजाम का अल्टीमेटम: "हम लगातार प्रशासन से मांग करके थक गए हैं. यदि हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो हम अब चक्का जाम करेंगे. ग्रामीणों और सरपंच ने प्रशासन को 5 दोनों का अल्टीमेटम दिया है. अवैध शराब को लेकर कई बार शिकायत हुई है. कार्रवाई भी होती है. बावजूद इसके अवैध शराब पर किसी तरह का कोई लगाम नहीं लग पाया है. इससे बेहतर है कि गांव में शराब दुकान खोला जाए." -भोजराज साहू, ग्रामीण
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लंबे समय से शराब दुकान की मांग: वैसे तो ग्रामीण चार बिंदुओं में अपनी मांगों को रख रहे हैं. लेकिन इसमे सबसे प्रमुख मांग शराब दुकान खोलने की ही है. काफी लंबे समय से इस गांव में शराब दुकान की मांग चल रही है.