बालोद: डौंडी लोहारा के अरज पूरी गांव में खुले पोल्ट्री फार्म के विरोध में ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया. मंगलवार को पूरे गांव के लोग गांव बंद कर सैकड़ों की संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे. ग्रामीणों ने मंत्री अनिला भेड़िया के निवास को घेरने की धमकी दी.
ग्रामीणों ने बताया कि "एक व्यक्ति ने गांव में पोल्ट्री फार्म खोला है. जिससे गांव के लोगों को परेशानी हो रही है. पूरा गांव बदबू और गंदगी की चपेट में है. गांव में लोगों का जीवन दूभर हो गया है. हम पिछले डेढ़ साल से उसे बंद कराने की मांग कर रहे हैं. लेकिन अब तक इस मामले में किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया है. जिस वजह से आज हम गांव बंद कर सैकड़ों की संख्या में कलक्ट्रेट पहुंचे हुए हैं. लेकिन हमें कलेक्टर से मिलने नहीं दिया जा रहा है."
मनाने जुटे अधिकारी: ग्रामीण कलेक्टर के ना मिलने पर कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर ही धरने पर बैठ गए. जिस वजह से घंटों तक यातायात प्रभावित रहा. अधिकारी लगातार उन्हें मनाने के लिए जुटे रहे. ग्रमीणों को लगातार मनाने की कोशिश अधिकारी कर रहे हैं. लेकिन ग्रामीण कलेक्टर से मिलने पर अड़े रहे. ग्रामीणों की मांग थी कि हम सैकड़ों की संख्या में आए हैं, तो कलेक्टर से मिलकर अपनी बात रखेंगे.
बिस्किट खाकर जाते हैं अधिकारी: गांव की सरपंच कुहकी मंडावी ने बताया कि "हम बीते दिनों में अपनी समस्याओं को अधिकारियों को बताया था. लेकिन किसी तरह का कोई निर्णय नहीं लिया गया. हम चाहते हैं कि सीधा-सीधा पोल्ट्री फार्म को बंद कर दिया जाए. जांच के लिए अधिकारी आते तो हैं, लेकिन मिक्चर और बिस्किट खाकर वापस आ जाते हैं. इस संबंध में ना ही सरपंच को सूचना दी जाती है और ना ही किसी ग्रामीणों को. महज औपचारिक जांच की जाती है. जिस वजह से हम असंतुष्ट हैं."
एसडीएम ने कोर्ट की प्रक्रिया का दिया हवाला: डौंडीलोहारा के एसडीएम ने बताया कि "यह मामला एक न्यायालयीन प्रक्रिया में है. क्योंकि उन्हें नोटिस जारी किया गया है और नोटिस के जवाब के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी. सीधे-सीधे मैं उस जगह पर कार्रवाई नहीं करा सकता. वरना मुझे कोर्ट के चक्कर काटने पड़ेंगे."
इस दौरान कई अधिकारी-कर्मचारी धरने पर बैठे ग्रामीणों को समझाइश देते रहे. लेकिन बावजूद इसके ग्रमीण घंटों कलेक्टरेट के बाहर बैठे रहे.