बालोद: कोरोना वायरस के मद्देनजर नगर पालिका प्रशासन ने बुधवारी बाजार के विस्थापन का फैसला लिया है. बाजार को कुंदरू पारा में शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया है. इससे पहले अस्थाई रूप से सरदार पटेल मैदान में बाजार लगाया जा रहा था. बीते शाम को नई मुनादी में कुंदरू बाजार में बाजार लगाने के लिए निर्देशित किया गया, जिसके बाद से बुधवार सुबह बुधवारी बाजार में सभी चिल्लर सब्जी विक्रेता और थोक सब्जी विक्रेता व्यापारी संघ के लोग एकजुट हुए और सभी ने फैसला लिया कि वह बाजार को दूसरी जगह शिफ्ट नहीं करेंगे. उन्होंने विरोध जताते हुए कहा कि यदि बाजार शिफ्ट किया जाता है तो वहां वे दुकान नहीं लगाएंगे. इसके चलते विवाद की स्थिति भी निर्मित हो गई है और अब व्यापारी संघ अपनी मांग पर अड़ा हुआ है.
नगर पालिका प्रशासन का कहना है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए यह फैसला लिया गया है और यह अस्थाई रूप से बाजार है. ना कि परमानेंटली वहां शिफ्ट किया जा रहा है. इसके बाद भी सब्जी बाजार के विक्रेता दूसरी जगह जाने को तैयार नहीं है. सब्जी व्यवसायियों का कहना है कि कितने बार भी जगह बदली करेंगे. वहीं विवाद की स्थिति निर्मित होने पर पुलिस टीम भी मौके पर पहुंची और भीड़ को हटाने का प्रयास करती रही, लेकिन व्यापारी संघ के लोग अपनी मांगों को लेकर वहां अड़े रहे. चौक से लेकर चिल्लर व्यापारी अपनी मांगों को लेकर वहां नारेबाजी करने लगे.
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पूर्व विधायक पहुंचे मौके पर
जानकारी जब संजरी बालोद के पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा को हुई तो वे सब्जी बाजार स्थल पहुंचे. जहां व्यापारियों ने अपनी समस्या उन्हें सुनाई, जिसके बाद वे अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के पास चर्चा करने पहुंचे हुए थे. इसके बाद से स्थानीय रेस्ट हाउस में पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा और व्यापारी संघ के लोग से बैठक कर रहे हैं. फिलहाल कोई सकारात्मक परिणाम इस बैठक से निकलकर सामने नहीं आई है.
1 अक्टूबर से खुल रहा लॉकडाउन
बता दें कि 1 अक्टूबर से जिला अनलॉक होने जा रहा है, जिसके बाद से व्यापारी अब बाजार को विस्थापन नहीं करना चाह रहे हैं. बीती शाम ही नगर पालिका प्रशासन ने मुनादी कराई गई थी. अब चर्चा के माध्यम से बाजार विस्थापन का हल निकालने का प्रयास किया जा रहा है.