बालोद: छत्तीसगढ़ में बुधवार को धान खरीदी का दूसरा दिन है. जिले की धान खरीदी केंद्रों में अच्छी खासी धान की आवक देखने को मिल रही है. इस बीच अभी से ही बारदाने की कमी भी देखने को मिल रही है.किसानों का कहना है कि सरकार चौथी किस्त जल्द जारी करे. इसके साथ ही वर्तमान में जो धान बेच रहे हैं, उसका पैसा भी जल्द से जल्द खातों में डालने की मांग की है.
बारदानों की कमी से हो सकती है समस्या
धान खरीदी तो शुरू हो चुकी है, लेकिन बारदानों की कमी अभी से देखी जा रही है. मिलर्स के माध्यम से बारदाने तो भेजे गए हैं. समिति प्रबंधकों का कहना है कि जितने बारदाने अभी हैं, वह केवल 1 सप्ताह तक ही काम आ सकते हैं. नए बारदाने अभी तक खरीदी केंद्रों में नहीं पहुंचे हैं. धान खरीदी केंद्रों में अगर बारदाने नहीं पहुंचते हैं, तो 1 सप्ताह के भीतर ही धान खरीदी बंद हो जाएगी. ऐसे में किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है. साथ ही किसानों के पास धान रखने के लिए जगह नहीं है.
बालोद में धान खरीदी शुरू होने के साथ ही किसान समितियों में धान बेचने पहुंच रहे हैं. किसानों को टोकन के हिसाब से धान बेचने दिया जा रहा है. वहीं कुछ किसान अब अपने आने वाले दिनों के लिए टोकन खरीदने भी पहुंच रहे हैं. गांव के अनुसार किसानों को टोकन दिया जा रहा है, ताकि समिति में भीड़ न रहे. किसानों को मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की जा रही है.
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विक्रय की राशि जल्द देने की अपील
बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार से किसानों ने बीते वर्ष बेचे गए धान की शेष राशि जल्द से जल्द किसानों के खाते में डालने की अपील की है. साथ ही इस वर्ष जो धान बेच रहे हैं, उनकी राशि भी जल्द से जल्द जारी करने की मांग किसानों ने की है.