बालोद: बालोद जिले में धमतरी के जंगलों से दंतैल हाथी ने प्रवेश किया है. यहां के गुरुर वन परिक्षेत्र में दंतैल हाथी को देखा गया है. बालोद वन विभाग इस खबर के बाद हरकत में है. हाथियों की ट्रैकिंग का काम वन विभाग ने शुरू कर दिया है. बालोद में बीते तीन चार साल से हाथियों का खौफ है. यहां के वैसे इलाके जो जंगल से सटे हुए हैं. वहां हाथियों का उत्पात ज्यादा देखने को मिलता है.
दंतैल हाथी ने फसलों को पहुंचाया नुकसान: बालोद वन विभाग के मुताबिक दंतैल हाथी ने इलाके में किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है. इसमें धान की फसल शामिल है. वन विभाग अब ऐसे किसानों का मुआवजा प्रकरण तैयार करने में जुटी है. जिनकी फसलों का नुकसान हुआ है.
बालोद के 12 गांवों में हाई अलर्ट: दंतैल हाथी की मौजूदगी को देखते हुए. वन विभाग ने बालोद के 12 गांवों में हाई अलर्ट घोषित किया है. जिन गांवों में लोगों को सतर्क किया गया है. उनमें बोरिदकला, मुड़खुसरा और अन्य 10 गांव शामिल हैं. गांव वालों को जंगल की ओर न जाने की हिदायत दी गई है. वन विभाग के मुताबिक अभी एक दंतैल हाथी बालोद के दो और तीन रिजर्व फोरेस्ट इलाके में घूम रहा है. वन विभाग ने आमापानी,जगतरा,सोहतरा, बिच्छीबाहरा,खैरडीगी,नैकुरा, ओनाकोना, कर्रेझर और ओडेनाडीह में हाई अलर्ट घोषित किया है.
हाथियों के हमले में अब तक 6 लोगों की मौत: बालोद वन विभाग के मुताबिक बीते तीन साल में हाथियों के हमले में अब तक 12 लोगों की मौत हुई है. जबकि 160 से ज्यादा घरों को हाथियों ने तबाह किया है. हाथियों के हमले और उत्पात को लेकर वन विभाग लगातार लोगों को जागरुक करने का काम कर रहा है. लोगों को बताया जा रहा है कि वे जंगल की तरफ न जाएं. हाथियों से दूरी बनाकर रहें. हाथियों को परेशान न करें. उनके साथ सेल्फी लेने की कोशिश न करें. देखना होगा कि वन विभाग इस दंतैल हाथी को कब काबू में कर पाता है.