बालोद: जिले के अग्रणी महाविद्यालय शासकीय घनश्याम सिंह गुप्त पीजी कॉलेज में (protest in Government Ghanshyam Singh Gupt College) अनोखा प्रदर्शन देखने को मिला. कॉलेज के छात्र-छात्राएं हाथों में ड्रम और बर्तन लेकर कॉलेज के मेन डोर पर धरने (protest with pots and drums) पर बैठ गए. छात्रों ने कॉलेज प्रबंधन सहित जनभागीदारी समिति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. स्टूडेंट्स का आरोप है कि कॉलेज में उन्हें बाथरूम में रखने वाले गंदे ड्रमों और बर्तनों में पानी दिया जाता है. छात्रों का आरोप है कि बर्तनों की साफ-सफाई भी नहीं होती. साथ ही साफ पीने का पानी भी नहीं मिलता.
खरीद कर पीते हैं पानी
कॉलेज के छात्र तनवीर आलम ने बताया कि 'महाविद्यालय की स्थिति बेहद दयनीय है. हम सब छात्रों को साफ पानी के लिए भटकना पड़ता है. उन्होंने कहा कि प्रबंधन की तरफ से साफ पीने का पानी भी उपलब्ध नहीं कराया जाता है. जिसके कारण उन्हें आसपास होटलों में जाकर पानी पीना पड़ता है या फिर खरीदकर पानी पीना पड़ता है. क्या महाविद्यालय प्रबंधन की इतनी भी जिम्मेदारी नहीं है कि वे छात्र-छात्राओं को साफ पेयजल मुहैया करा सके. क्या हम लोग यहां पर बीमार होने के लिए आते हैं और जब हम सब छात्र यहां पर प्रदर्शन में बैठे हुए हैं तो कोई भी जिम्मेदार पदाधिकारी यहां झांकने तक नहीं आया है'.
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बाथरूम में रखने लायक बर्तन
छात्र राहुल कुमार और छगेश्वर ने बताया कि 'कॉलेज में जिन बर्तनों में हमें पानी दिया जाता है. वह बाथरूम में रखने लायक बर्तन है. इससे डेंगू, मलेरिया जैसे रोग फैलने के आसार हैं. जो नए छात्र कॉलेज में ए़डमिशन लेकर आते हैं उन्हें लगता है कि इस कॉलेज में उन्हें काफी अच्छी व्यवस्थाएं मिलेंगी लेकिन जब वे यहां आते हैं तो उन्हें काफी पछतावा होने लगता है. महाविद्यालय प्रबंधन की जिम्मेदारी है कि छात्रों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराएं. लेकिन वे अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ते हुए नजर आ रहे हैं. सालों बीत गए हमें गंदगी युक्त बर्तनों में गंदा पानी पीने दिया जा रहा है'.
NSUI रही नदारद
छात्र हित की लड़ाई करने वाली NSUI भी इस दौरान नदारद रही. छात्र-छात्राओं के बीच इस बात की चर्चा थी कि 'जो छात्र नेता हमारे लिए लड़ने की बातें करते हैं वह आखिर कहां हैं'.