बालोद: जिले के गुंडरदेही विकासखंड में बिलासपुर के पेंड्रा रोड से 5 विद्यार्थी आए थे, जिन्हें जिला प्रशासन ने आइसोलेट कर गुंडरदेही नगर पंचायत की एक स्कूल में रखा था. इन विद्यार्थियों में चार लड़केऔर एक लड़की थी. लड़की को उसके परिजनों के कहने पर होम क्वॉरेंटाइन किया गया और परिजनों को इसका पालन करने की समझाइश दी. वहीं चारों छात्रों को वार्ड नंबर-15 चैनगंज के स्कूल में आइसोलेट करके रखा गया.
स्कूल में चारों छात्र का दिन तो जैसे-तैसे कट गए, लेकिन रात में अचानक एक छात्र की तबीयत बिगड़ गई. उसे उल्टी दस्त और पेट में दर्द होने लगा. स्कूल में ताला बंद कर दिया गया था, जिसकी वजह से कोई मदद के लिए बाहर भी नहीं आ सका. वहीं सुबह होने के बाद पीड़ित छात्र को प्राथमिक इलाज दिया गया. इलाज के बाद छात्र की स्थिति सामान्य है. वहीं छात्रों के मुताबिक स्कूल में किसी चौकीदार की व्यवस्था भी नहीं थी, जिन्हें वह मदद के लिए बुला सके.
नहीं रखा जा रहा ध्यान
प्रदेशभर में लॉकडाउन का पालन करने के कड़े निर्देश दिए गए हैं. वहीं किसी को भी एक जगह से दूसरी जगह जाने की अनुमति नहीं है. अगर कोई नियमों का उल्लंघन करते पाया जा रहा है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है. ऐसे समय में इन छात्रों को भले ही प्रशासन ने क्वॉरेंटाइन करके रख लिया हो, लेकिन बिना किसी व्यवस्था के अगर इन्हें कुछ हो जाता है, तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी ये कहना मुश्किल है.