बालोद: महामाया माइंस में स्थानीय बेरोजगारों को काम देने की मांग उठ रही है. शिवसेना ने दल्ली राजहरा एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर श्रमिकों की आवाज बुलंद की है. साथ ही खदानों में स्थानीय युवाओं को रोजगार का अवसर नहीं मिलने पर नाराजगी भी जताई है.
शिवसेना के प्रदेश सचिव शंकर चैनानी ने बताया कि बालोद जिले की महामाया लौह अयस्क खदान में बीएसपी की ओर से कच्चा लोहा निकालने का काम किया जाता है. लेकिन खदान में ठेकेदार की ओर से बाहर के लोगों को लाकर काम पर रखा जा रहा है. इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार का अवसर नहीं मिल पा रहा.
अन्याय कर रही सरकार: शिवसेना
उन्होंने बताया कि बीएसपी के अधिकारी यह बहाना बना रहे हैं कि उनके पास ट्रेंड लोग काम कर रहे हैं. वे अनट्रेंड लोगों को काम पर नहीं रख सकते. अनट्रेंड लोगों को काम पर रखने से दुर्घटना होने की आशंका जताते हुए स्थानीय लोगों को काम नहीं दिया जा रहा है. एसडीएम को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि महामाया लौह अयस्क खदान से शासन प्रशासन को अरबों खरबों का राजस्व प्राप्त हो रहा है, लेकिन यहां के स्थानीय लोगों को रोजगार न देकर उनके साथ अन्याय किया जा रहा है. जबकि रोजगार पर उनका हक बनता है.
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आंदोलन की चेतावनी
प्रदेश सचिव का आरोप है कि रोजगार के लिए पहले बीएसपी प्रबंधन और अनुविभागीय दंडाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है, लेकिन अब तक उचित फैसला नहीं लेकर बेरोजगारों को छला जा रहा है. शिवसेना ने 15 दिनों में समस्याओं का निराकरण की मांग की है. शंकर चौनानी ने कहा कि ऐसा न होने पर शिवसेना बेरोजगारों और ग्रामीणों सहित आंदोलन करने के लिए मजबूर होगी.
शिवसेना ने बनाई रणनीति
इससे पहले शिवसेना ने जिला स्तरीय बैठक लेकर रणनीति बनाई है. जिसमें शिवसेना प्रदेश सचिव शंकर चैनानी, जिला सचिव हर्षवीर कसार, डौंडी ब्लाक प्रमुख बहादुर सोनी, युवासेना कांकेर जिला खेमलाल माहला, सुरजभान ठाकुर, सहित अन्य शिवसैनिक और ग्रामीण मौजूद रहे.