बालोद : जिला मुख्यालय खूबसूरत एवं जीवनदायिनी तांदुला जलाशय के किनारे बसा हुआ है. इसी जलाशय के किनारे एक पर्यावरण पार्क का निर्माण किया गया (Park being prepared to give the message of environmental balance in Balod) है. लेकिन वर्तमान में इस पर्यावरण पार्क में काफी तेजी देखने को मिली है. कलेक्टर ने इसे प्राथमिकता से लेकर कार्य शुरू किया है. उनका मानना है कि ''छत्तीसगढ़ के मानचित्र में यह अपनी एक अलग पहचान बनाएगा. इसे बालोद शहर सहित जिले के विकास के लिए मील का पत्थर माना जा रहा है. आपको बता दें कि कई साल से यह क्षेत्र संरक्षित क्षेत्र के रूप में था लेकिन उपेक्षा का शिकार था.''
कैसा बनाया जा रहा है पार्क : बालोद कलेक्टर ने बताया कि '' यह पार्क बहुद्देशीय होगा. यहां पर पर्यटन एडवेंचर के साथ नारी स्वावलंबन का अध्याय भी लिखा जाएगा. इसे हम इसी हिसाब से डेवलप कर रहे हैं कि हर वर्ग के लोग एक ही मंच पर आकर अपनी स्वतंत्रता का लुफ्त उठा सके और प्रशासन इसमें उनका सहायक बने.'' जिला प्रशासन एवं कलेक्टर गौरव कुमार सिंह के निर्देश में यहां पर वन विभाग द्वारा एडवेंचर पार्क की स्थापना भी की जा रही है. आपको बता दे कि सिगनेचर पार्क में काफी कुछ ऐसी चीजें हैं जो युवाओं को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं. जैसे कि रोपवे और स्टंट के अन्य उपकरण भी लगाए जा रहे हैं. यहां बनाया गया वॉच टावर पूरे तांदुला जलाशय की सैर एक ही जगह से कराता (Adventurous Things to Do in Balod Park and Watch Tower) है.
बटरफ्लाई जॉन होगा आकर्षण : जब हम बालोद तांदुला जलाशय के समीप पहुंचते हैं तो बटरफ्लाई का झुंड यहां पर देखने को मिलता है. इसी को देखते हुए इस पर्यावरण पार्क में बटरफ्लाई जोन की स्थापना भी की जा रही है. उनके मनपसंद फूल यहां पर रोपे पर जा रहे हैं. कार्य प्रगति पर है और जल्द ही बटरफ्लाई जो लोगों को आकर्षित करने तैयार हो जाएगा.
वृक्षारोपण पूरा, बारिश के कारण काम धीमा : कलेक्टर गौरव कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि ''पर्यावरण पार्क में कार्य प्रगति पर है और यहां पर वृक्षारोपण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है. इसके साथ ही पौधारोपण का कार्य किया जा रहा है. कुछ ऐसे कंस्ट्रक्शन वर्क जॉब बारिश के कारण ही रुके पड़े हैं. उन्हें जल्द ही बारिश थमते ही पूरा कर लिया जाएगा.''
क्या है जोन में खास : बालोद जिला प्रशासन द्वारा डिवेलप किए जा रहे इस पार्क में औषधि पार्क बन रहा है. जहां पर स्थानीय सभी औषधियां मिलेंगी. जिसमें अश्वगंधा, काली हल्दी सहित ऐसी कई दवाईयां हैं जिनके लिए लोगों को भटकना नहीं पड़ेगा. दी है जिसके लिए लोगों को भटकना नहीं पड़ेगा. वही साल के वृक्षों के लिए साल रोपण क्षेत्र भी बनाया गया. जो चीजें यहां पर उपजाऊ नहीं है उनके लिए बाहर से भी मिट्टी लाई जा रही है. पक्षियों के लिए पक्षी जोन भी बनाया गया है. पार्क में कई तरह की चीजें डेवलेप की जा रही (Adventure Park being built in Balod) हैं.