ETV Bharat / state

Nilgai dies in road accident : बालोद में वाहन की ठोकर से नीलगाय की मौत

बालोद में सड़क हादसे में एक नीलगाय की मौत हो गई है. यह हादसा बालोद-दल्ली मुख्य मार्ग पर हुआ है. वाहन की टक्कर से नीलगाय की मौत हुई है.

Nilgai dies in road accident
बालोद में नीलगाय की मौत
author img

By

Published : Feb 7, 2022, 3:54 PM IST

Updated : Feb 7, 2022, 11:16 PM IST

बालोद: बालोद-दल्ली मुख्य मार्ग पर एक वाहन की ठोकर से नीलगाय की मौत हो गई. स्थानीय लोगों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. वन विभाग की टीम ने नीलगाय के शव को कब्जे में ले लिया. बताया जा रहा है कि नीलगाय की उम्र तीन साल है. बालोद की सड़कों के आस पास जंगली इलाका है. लेकिन यहां की सड़कों पर स्पीड ब्रेकर नहीं बनाया गया है. जिसकी वजह से आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं. इस तरह के हादसों में वन्य जीवों की मौत होती है. इस वजह से लोगों में काफी गुस्सा भी है.

बालोद में नीलगाय की मौत

गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व में शेरों के आहार के लिए छोड़े जाएंगे 100 चीतल और 10 नील गाय


नील गाय के शव का होगा पोस्टमार्टम

वन विभाग की टीम ने बताया कि, यह सड़क हादसा दैहन इलाके में हुआ है. वन विभाग ने नीलगाय के शव को लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वन विभाग के प्रोटोकॉल के तहत नीलगाय का अंतिम संस्कार किया जाएगा. वन विभाग के लोगों ने लोगों से बालोद-दल्ली मुख्य मार्ग पर वाहन को कम स्पीड में चलाने की अपील की है. इस रूट पर वन विभाग ने वन्य क्षेत्र और वन्य प्राणियों से जुड़ा संकेतक बोर्ड भी लगाया है. लेकिन यह बोर्ड सिर्फ नाम मात्र का साबित हो रहा है. लोग इस तरह के बोर्ड को महत्व नहीं दे रहे हैं और तेज रफ्तार में वाहन चला रहे हैं. यही वजह है कि यहां सड़क हादसों में वन्य प्राणियों की मौत हो रही है.

वन्य जीवों और पेड़ों को बचाने की अनूठी पहल, जानवरों की वेशभूषा में सड़कों पर उतरे युवा

वन परिक्षेत्र अधिकारी रियाज खान ने जानकारी देते हुए बताया कि, जिस जगह पर दुर्घटना हुई है. वह जगह जंगल से सटा हुआ है. इस इलाके में नीलगाय, हिरण, जंगली सूअर और भालू जैसे जानवर हमेशा देखे जाते हैं. इसकी वजह यह है कि दल्ली और बालोद के जंगलों में पानी आसानी से उपलब्ध है. इसलिए यहां ये जंगली जानवर लगातार डेरा जमाए रहते हैं. वन विभाग ने इसलिए लोगों से इस सड़क मार्ग पर सावधानी के साथ वाहन को कम स्पीड में चलाने की अपील की है.

बालोद: बालोद-दल्ली मुख्य मार्ग पर एक वाहन की ठोकर से नीलगाय की मौत हो गई. स्थानीय लोगों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. वन विभाग की टीम ने नीलगाय के शव को कब्जे में ले लिया. बताया जा रहा है कि नीलगाय की उम्र तीन साल है. बालोद की सड़कों के आस पास जंगली इलाका है. लेकिन यहां की सड़कों पर स्पीड ब्रेकर नहीं बनाया गया है. जिसकी वजह से आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं. इस तरह के हादसों में वन्य जीवों की मौत होती है. इस वजह से लोगों में काफी गुस्सा भी है.

बालोद में नीलगाय की मौत

गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व में शेरों के आहार के लिए छोड़े जाएंगे 100 चीतल और 10 नील गाय


नील गाय के शव का होगा पोस्टमार्टम

वन विभाग की टीम ने बताया कि, यह सड़क हादसा दैहन इलाके में हुआ है. वन विभाग ने नीलगाय के शव को लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वन विभाग के प्रोटोकॉल के तहत नीलगाय का अंतिम संस्कार किया जाएगा. वन विभाग के लोगों ने लोगों से बालोद-दल्ली मुख्य मार्ग पर वाहन को कम स्पीड में चलाने की अपील की है. इस रूट पर वन विभाग ने वन्य क्षेत्र और वन्य प्राणियों से जुड़ा संकेतक बोर्ड भी लगाया है. लेकिन यह बोर्ड सिर्फ नाम मात्र का साबित हो रहा है. लोग इस तरह के बोर्ड को महत्व नहीं दे रहे हैं और तेज रफ्तार में वाहन चला रहे हैं. यही वजह है कि यहां सड़क हादसों में वन्य प्राणियों की मौत हो रही है.

वन्य जीवों और पेड़ों को बचाने की अनूठी पहल, जानवरों की वेशभूषा में सड़कों पर उतरे युवा

वन परिक्षेत्र अधिकारी रियाज खान ने जानकारी देते हुए बताया कि, जिस जगह पर दुर्घटना हुई है. वह जगह जंगल से सटा हुआ है. इस इलाके में नीलगाय, हिरण, जंगली सूअर और भालू जैसे जानवर हमेशा देखे जाते हैं. इसकी वजह यह है कि दल्ली और बालोद के जंगलों में पानी आसानी से उपलब्ध है. इसलिए यहां ये जंगली जानवर लगातार डेरा जमाए रहते हैं. वन विभाग ने इसलिए लोगों से इस सड़क मार्ग पर सावधानी के साथ वाहन को कम स्पीड में चलाने की अपील की है.

Last Updated : Feb 7, 2022, 11:16 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.