बालोद: बालोद-दल्ली मुख्य मार्ग पर एक वाहन की ठोकर से नीलगाय की मौत हो गई. स्थानीय लोगों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. वन विभाग की टीम ने नीलगाय के शव को कब्जे में ले लिया. बताया जा रहा है कि नीलगाय की उम्र तीन साल है. बालोद की सड़कों के आस पास जंगली इलाका है. लेकिन यहां की सड़कों पर स्पीड ब्रेकर नहीं बनाया गया है. जिसकी वजह से आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं. इस तरह के हादसों में वन्य जीवों की मौत होती है. इस वजह से लोगों में काफी गुस्सा भी है.
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नील गाय के शव का होगा पोस्टमार्टम
वन विभाग की टीम ने बताया कि, यह सड़क हादसा दैहन इलाके में हुआ है. वन विभाग ने नीलगाय के शव को लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वन विभाग के प्रोटोकॉल के तहत नीलगाय का अंतिम संस्कार किया जाएगा. वन विभाग के लोगों ने लोगों से बालोद-दल्ली मुख्य मार्ग पर वाहन को कम स्पीड में चलाने की अपील की है. इस रूट पर वन विभाग ने वन्य क्षेत्र और वन्य प्राणियों से जुड़ा संकेतक बोर्ड भी लगाया है. लेकिन यह बोर्ड सिर्फ नाम मात्र का साबित हो रहा है. लोग इस तरह के बोर्ड को महत्व नहीं दे रहे हैं और तेज रफ्तार में वाहन चला रहे हैं. यही वजह है कि यहां सड़क हादसों में वन्य प्राणियों की मौत हो रही है.
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वन परिक्षेत्र अधिकारी रियाज खान ने जानकारी देते हुए बताया कि, जिस जगह पर दुर्घटना हुई है. वह जगह जंगल से सटा हुआ है. इस इलाके में नीलगाय, हिरण, जंगली सूअर और भालू जैसे जानवर हमेशा देखे जाते हैं. इसकी वजह यह है कि दल्ली और बालोद के जंगलों में पानी आसानी से उपलब्ध है. इसलिए यहां ये जंगली जानवर लगातार डेरा जमाए रहते हैं. वन विभाग ने इसलिए लोगों से इस सड़क मार्ग पर सावधानी के साथ वाहन को कम स्पीड में चलाने की अपील की है.