बालोद: स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बालोद जिले के कलेक्ट्रेट परिसर में मंत्री अमरजीत भगत ने गढ़ कलेवा की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि परंपरा को जीवित रखने इस गढ़ कलेवा के शुरुआत की बेहद आवश्यकता थी. हमारे छत्तीसगढ़ के व्यंजनों, भोजन को लोग जाने और समझे, हमारी संस्कृति का विकास हो इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी जिलों में गढ़ कलेवा के शुरुआत की नींव रखी है. आजादी पर्व के मौके पर जिलों में इसकी शुरुआत की जा रही है.
गढ़ कलेवा की शुरुआत के दौरान मंत्री अमरजीत भगत छत्तीसगढ़ी वेशभूषा में नजर आए. कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक ने भी गढ़ कलेवा में बने व्यंजनों का आनंद लिया. दरअसल, छत्तीसगढ़ के प्रचलित व्यंजन जिसे लोग भूलते जा रहे हैं, उसे गढ़ कलेवा में बनाया गया था. मंत्री से लेकर विधायक और कार्यकर्ता, अधिकारी, कर्मचारियों ने भी गढ़ कलेवा में बने व्यंजनों का स्वाद चखा है.
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छत्तीसगढ़ी संस्कृति का होगा विस्तार
अमरजीत भगत ने बताया कि प्रत्येक जिलों में इसकी शुरुआत की जा रही है. यहां महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का भी एक बेहतरीन प्रयास किया जा रहा है. हमें उम्मीद है कि गढ़ कलेवा का यह प्रोजेक्ट सफल होगा और छत्तीसगढ़ की संस्कृति का विस्तार होगा.