बालोद: बीते 6 महीने से मध्यान्ह भोजन (Midday Meal) संचालित करने वाले समूह को पैसा नहीं मिला है. प्रत्येक समूह 70 से 80,000 के कर्जे में हैं. बीते लगभग 1 सप्ताह से बालोद जिले के अधिकांश विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन व्यवस्था ठप पड़ी हुई है. मध्यान भोजन की राशि ना मिलने से नाराज महिलाओं ने सड़कों पर चक्काजाम कर दिया. प्रदर्शनकारी महिलाओं (Protesting Women) ने शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. मौके पर पहुंचकर प्रशासन ने प्रदर्शन पर रोक लगाने का प्रयास किया और प्रदर्शनकारियों को बस में बैठाया.
प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन पर बातें अनसुना करने का लगाया आरोप
गुरुर विकासखंड मध्यान्ह भोजन संचालक समूह के अध्यक्ष ज्योति ठाकुर ने बताया कि यहां पर हम लोग शासन प्रशासन से लगातार विनती कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई भी बात नहीं सुनी. जिसके कारण हम यहां शांतिपूर्ण ढंग से चक्का जाम करने वाले थे. ऐसे ही हमें बस में बैठा दिया गया है. अब ना तो ले जा रहे हैं ना ही हमें चक्का जाम करने दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि भुगतान नहीं होता तब तक हम यहां से नहीं हिलेंगे.
कार्रवाई से महिलाएं नाराज
यहां पर प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद हैं. एसडीएम के साथ भी महिलाओं की झड़प हुई. साथ ही मिड डे मील प्रभारी भी महिलाओं से चर्चा करने पहुंचे हुए हैं. यहां पर महिलाओं को मनाने की कोशिश की गई. लेकिन वह मानने को तैयार नहीं है.
वहीं महिलाओं का कहना है कि हम लोग क्या आरोपी हैं ? जो हमारे साथ इस तरह का व्यवहार किया जा रहे है. हम शांतिपूर्ण ढंग से चक्काजाम कर रहे हैं.
सिर्फ जुलाई तक हुआ है भुगतान
अपर कलेक्टर विनायक शर्मा ने बताया कि महिलाओं के पैसे का भुगतान जुलाई महीने तक हो गया है और हम प्रयास में लगे हुए हैं कि नवंबर महीने तक इनका पेमेंट हो जाए. जैसे ही भुगतान होगा आवंटन किया जाएगा.