बालोद : जिले के गुरुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम देवकोट में लोगों की नाराजगी में स्कूल नहीं खुल पाया था. कलेक्टर के हस्तक्षेप और प्रशासनिक अधिकारियों के ग्रामीणों से मुलाकात के बाद देवकोट स्कूल का ताला खोला गया. डीईओ मुकुल साव की मानें तो देवकोट प्राथमिक शाला में पर्याप्त शिक्षक हैं. यहां विद्यार्थियों की दर्ज संख्या 43 है और इस दर्ज संख्या के पीछे 2 शिक्षक हैं. कलेक्टर ने पूरे मामले पर ध्यान दिया और बच्चों के भविष्य को देखते हुए स्कूल को खोला गया.
शिक्षक मोहन सिन्हा जिनका सलग्नीकरण हुआ है. वहां पर विद्यालय शिक्षक विहीन था. जिसके कारण वहां पर अब शिक्षक की पूर्ति हो पाई है. वहीं देवकोट विद्यालय में 43 बच्चों के पीछे दो शिक्षक तैनात हैं. बीईओ ललित चंद्राकर ने स्कूल खुलने की बात पुष्टि की है. : मुकुल साव,जिला शिक्षा अधिकारी
शिक्षक पर अनुशासनहीनता का आरोप : बालोद डीईओ और विकासखंड शिक्षा अधिकारी के मुताबिक शिक्षक की अनुशासनहीनता भी सामने आई है. शिक्षक अटैच होने के बाद भी वो मूल शाला में जाने के बजाय देवकोट में ही रहता था. शासन का आदेश है. इसमें स्थानीय लोग कुछ नहीं कर सकते. सभी को साथ लेकर चलना है. वहीं शिक्षक के ऊपर ग्रामीणों को भड़काने का भी आरोप सामने आया है.
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कलेक्टर की सक्रियता से मामला शांत : कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने मामले को संज्ञान में लेते हुए तहसीलदार विकासखंड चिकित्सा अधिकारी और अन्य अधिकारियों को मौके पर भेजा. जिसके बाद ग्रामीणों से देर तक चर्चा के बाद मामला शांत हुआ. बच्चे स्कूल पहुंचे मध्यान्ह भोजन बनाया गया बच्चों ने भोजन भी किया. वहीं आगे ग्रामीणों के बात को प्रशासन ने शासन तक पहुंचाने की बात कही है. क्योंकि यह आदेश शासन से आया है और शासन स्तर का मामला है.