बालोद: राजनांदगांव जिले के मनघटा वन चेतना केंद्र के आसपास बाघ देखे जाने की सूचना मिली थी. जिसके बाद से वन अमला लगातार उसे ट्रेस करने की कोशिशों में लगा हुआ था. बाघ के पैरों के निशान जिले की सीमा पर मिलने के बाद जिले में अलर्ट जारी किया गया है. मामले में सतर्कता बरतते हुए वन विभाग की टीम मुस्तैद हो गई है. वन विभाग की टीम में जिला वन मंडल अधिकारी, दुर्ग मुख्य वन संरक्षक शामिल हैं.
यहां पर बाघ के आने की आशंका है क्योंकि बाघ के पैरे के निशान कोसमी गांव में पाए गए हैं. जो कि बालोद जिले की सीमा से लगा हुआ है. यह डौंडीलोहारा वन क्षेत्र के अंतर्गत आता है. वन विभाग अधिकारी लोगों को अकेले घर से बाहर ना जाने की सलाह दे रहे हैं. साथ ही मवेशियों को भी बाहर ना बांधने की सलाह दी गई है. यदि कोई मवेशी रात तक घर नहीं आता है तो उसकी जानकारी तुरंत वन विभाग या संबंधित थाने में देने के निर्देश दिए गए हैं.
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मुख्य वन संरक्षक शालिनी रैना ने बताया कि अभी हम पूरी तरह से नहीं कह सकते कि क्षेत्र में बाघ पहुंचा है या नहीं परंतु एहतियातन हमने पूरी तरह सुरक्षा व्यवस्था के लिए गांव-गांव में लोगों को इसकी जानकारी पहुंचा रहे हैं. बाघ दिखने पर तुरंत सुचना देने के निर्देश भी दिए गए हैं.