बालोद: बालोद शहर के गंजपारा स्थित महादेव भवन में जिला प्रशासन द्वारा एम्प्लॉय एंप्लॉयर्स मीट जिजीविषा का समापन समारोह आयोजित (Employee Employers Meet Jijivisha concludes) किया गया. समारोह में आज संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद विधायक संगीता सिन्हा भी मौजूद रहे. नगर पालिका अध्यक्ष विकास चोपड़ा सहित जनप्रतिनिधि एवं नेताओं ने उक्त आयोजन की तारीफ की है. यह आयोजन पूर्णता सफल रहा. 2 दिनों के इस एंपलॉयर्स मीट में लगभग 501 युवाओं को एवं युवतियों को रोजगार पाने का अवसर मिला.
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती: जिजीविषा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद पहुंचे. उन्होंने कहा कि "एक शब्द जिसका मायने है और उसे कार्य रूप में अवतरित करने के लिए जीने की चाह को मैदान तक लाया. इतने प्रतिभागी शामिल हुए. संभव नहीं की हर व्यक्ति आईएएस, आईपीएस, डॉक्टर, इंजीनियर बने. हमारी अपेक्षा से ज्यादा सफलता मिला है. सभी अभाव में पढ़े हुए हैं. एक प्लेटफार्म की जरूरत होती है, आगे बढ़ने के लिए." उन्होंने कहा "लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती." मैने निजी सेक्टर में काम किया है. मैं जानता हूं जितना काम, जितना मेहनत, उतना सफलता. मेहनत करें और सफल रहें."
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बच्चों को मिला नवजीवन: विधायक संगीता सिन्हा ने कहा कि "यहां पर प्रशासन ने बच्चों को जय राह दिखाने का काम किया है. जो अवसाद का शिकार होते हैं. ऐसे बच्चों को रोजगार से जोड़ने का कार्य किया है. इसके लिए उन्होंने सभी बच्चों को बधाई दी और कहा कि "जिन्होंने भी इस कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. बच्चों को अवसर दिया. इसके लिए ढेर सारी शुभकामनाएं. सृजन या हर कोई बात हो, युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होती है." नगर पालिका अध्यक्ष विकास चोपड़ा ने कहा कि "यहां पर जिला प्रशासन की मेहनत दिख रही है. हमारे जिले के युवाओं का हुनर भी देखने को मिला है. इस कार्यक्रम की सफलता की उम्मीद तो किए थे. पर इतनी सफलता की उम्मीद नहीं किए थे. आज यह आयोजन पूर्णतः सफल है." उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारी कर्मचारियों की तारीफ की.
501 का शुभ आंकड़ा: कलेक्टर गौरव कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि "1600 बच्चों में से कल 700 बच्चे ही आ पाए. कुल 1200 से 1300 बच्चों का इंटरव्यू हुआ. जिसमे 501 बच्चों का सलेक्शन हुआ है. पूरे देश भर में बालोद ने एक अभिन्न कामयाबी हासिल की है. प्रदेश के मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप हर बच्चों के हाथ में रोजगार मिला आज से ठीक 10 दिन पूर्व इस कॉन्सेप्ट को क्रिएट किया था और 10 दिन में ही सफलता की इबारत लिख ली गई है।
15 दिनों तक जमा करना है दस्तावेज: बच्चों से पूछा गया था कि स्थानीय स्तर पर रोजगार चाहिए या प्रदेश या राष्ट्रीय स्तर पर कार्य चाहिए. उन्हीं के हिसाब से एंप्लॉयर्स को बुलाया गया था. कलेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि "सभी 15 दिनों के भीतर रेगुलर हो जाएंगे और दस्तावेज पूरे कर लिए जायेंगे.
ट्रेनिंग चार्ज में जिला प्रशासन करेगी मदद: जिला प्रशासन ने जानकारी देते हुए बताया कि "मुख्यमंत्री के मंशा के अनुरूप जनप्रतिनिधि और अधिकारियों के सपोर्ट से यह कार्यक्रम सफल हो पाया है. साथ ही उन्होंने कहा कि "ट्रेनिंग चार्ज जो लगता है उसका आधा से ज्यादा हिस्सा जिला प्रशासन वहन करेगी." कलेक्टर ने सभी नव नियुक्त युवक युवतियों को बधाई दी. उनेहोंने कहा कि "जहां भी काम करें, अपने क्षेत्र, अपने जिले और अपने राज्य व राष्ट्र का नाम रोशन करें."