बालोद: जिले के डौंडी रेंज के जंगलों में हाथियों के डेरा डालने से ग्रामीण दहशत में है. पिछले 3 दिन से 22 हाथियों का दल उत्पात मचा रहा है. वन विभाग भी मुस्तैद है. आसपास के इलाकों में ग्रामीणों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है.
किसानों की फसल बर्बाद
रात में हाथियों का दल डौंडी रेंज से निकलकर खुर्सीटिकुर होते हुए लिमउडीह के नयापारा केकती पारा पहुंचा. हाथियों के झुंड ने कई किसानों की फसलों को तहस-नहस कर दिया है. जंगल के पास ही रजौलीडीह गांव के तुलाराम के डबरी में पानी पीने के बाद हाथियों का दल फिर से जंगल वापस चला गया. हाथियों को देखने के लिए ग्रामीण भी बड़ी संख्या में जुटे थे. इस क्षेत्र में पहली बार हाथियों के आने से ग्रामीणों में दहशत है.
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वन विभाग ने जंगल के चारों ओर टीम तैनात कर दिया है. ये टीम हाथियों की हरकतों पर नजर बनाए हुए है. ग्रामीणों का कहना है कि शाम से रात तक हाथियों की जबरदस्त चिंघाड़ सुनाई दे रही थी. वन विभाग ने ग्रामीणों को सजग रहने की सलाह दी है. ग्रामीणों को जंगल की ओर जाने से भी रोका जा रहा है, जिससे कोई हादसा न हो. फिलहाल वन विभाग हाथियों के मूवमेंट पर नजर बनाए हुए है.
ग्रामीण करते रहे छेड़खानी
हाथी को गांव के नजदीक देखकर ग्रामीण युवा उत्साह में हाथी के पीछे भागते हुए हो शोर मचा रहे थे. जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता था. इधर हाथियों के क्षेत्र में पहुंचने की जानकारी मिलते ही डौंडी के रेंजर दल बल के साथ क्षेत्र में पहुंच गए और ग्रामीणों को हाथियों की तरफ जाने से रोक दिया है.
छत और पेड़ पर चढ़े ग्रामीण
हाथी से बचने ग्रामीण, बच्चे, महिलाएं घर की छतों पर चढ़कर हाथी के गांव से दूर जाने का इंतजार करते दिखे. आबादी क्षेत्र में हाथियों के प्रवेश से लोग काफी डरे हुए हैं.
बालोद में हाथी कर रहे विचरण
इन दिनों प्रदेश के कई हिस्सों में हाथियों ने आतंक मचा रखा है. बालोद के दल्ली राजहरा रेंज में 22 हाथियों का दल पहुंचा था. हाथियों को लेकर ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. गुरुर क्षेत्र के भड़भूम की तरफ से बेलोदा होते हुए मंगलतराई और परकलकसा के जंगलों में हाथियों का दल पहुंचा है. वन विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी करा रहा है. लोगों से घरों में रहने की अपील की जा रही है.
हाथी के हमले में इंसानों की मौत के मामले में छत्तीसगढ़ चौथे नंबर पर
- 3 साल में असम 274 लोगों की मौत
- ओडिशा में 243 लोगों की मौत
- झारखंड में 230 लोगों की मौत
- छत्तीसगढ़ में 204 लोगों की मौत
- पश्चिम बंगाल में 202 लोगों की मौत