बालोद : बीते 6 माह से बालोद जिले में डेरा जमाए हाथियों के झुंड (herd of elephants) ने एक बार फिर से यहां तांडव मचाया है. हाथियों ने एक बार फिर से एक व्यक्ति की जान ले ली. अधेड़ की मौत के बाद से क्षेत्र में दहशत (panic) का माहौल है. दरअसल, गुरूर के बाद बालोद रेंज, फिर दल्ली राजहरा रेंज और अब हाथियों का दल डौंडी रेंज में प्रवेश कर चुका है. बुधवार रात कुछ ग्रामीण हाथियों के झुंड को देखने चले गए थे. इसी दौरान हाथियों ने दौड़ाकर एक व्यक्ति को मार डाला.
हाथियों का आतंक अभी भी कम नहीं हुआ है. क्षेत्र के जंगलों में इनकी उपस्थिति व ग्रामीणों के बीच इनको देखने की उत्सुकता के चलते कुरूभाट निवासी संतोष भूआर्य ने अपनी जान गंवा दी. उसे क्या पता था कि हाथियों को देखने की यह इच्छा, उसकी अंतिम इच्छा बन जाएगी. बता दें कि बुधवार को जमहि व अड़जाल के जंगलों में रह रहे हाथियों को देखने कुछ लोग गए थे. वहीं आमजन की मौजूदगी पाकर हाथियों के दल ने सबको खूब दौड़ाया. इस बीच संतोष का पैर फिसल गया और वह गुस्साये हाथियों के पैर के नीचे आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई.
सूत्रों की मानें तो जो हाथी का बच्चा घायल होने के बाद विभाग व डॉक्टरों की टीम के द्वारा स्वस्थ किया गया था, वह बच्चा अभी तक हाथियों के अपने दल से मिला नहीं है. इसके कारण हाथी गुस्से में हैं. बता दें कि वन विभाग द्वारा लोगों के साथ-साथ हाथियों की भी देखभाल की जा रही है. लोगों को बार-बार हाथियों से दूर रहने की सलाह नहीं दी जा रही, जिसके कारण इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं. यह बालोद जिले में हाथियों के आतंक से इंसान की तीसरी मौत है.