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बालोद: वनांचल में भगवान भरोसे बिजली, किसानों को हो रही परेशानी

बालोद के वनांचल क्षेत्र सहित ग्रामीण अंचलों में बिजली की व्यवस्था बद से बदतर है. ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव में कई बार 24 घंटे बिजली नहीं रहती और अगर लाइट आ भी जाती है, तो एक-दो घंटे ही सप्लाई मिल पाती है, जिससे लोग बहुत परेशान हैं.

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Published : Aug 6, 2020, 4:47 PM IST

Electricity is poor in the forested areas of Balod
वनांचल क्षेत्रों में है बिजली की खराब स्थिति

बालोद : बीते 1 महीने से जिले के वनांचल क्षेत्र सहित ग्रामीण अंचलों में बिजली की व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है, जिसके कारण ग्रामीण अंचल के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि वे कूलर पंखा तक ढंग से नहीं चला पाते हैं. वहीं 24 घंटे में कुछ घंटे बिजली आती है, तो किसान किसी तरह मोटर पंप के माध्यम से खेतों में सिंचाई करते हैं.

वनांचल क्षेत्रों में है बिजली की खराब स्थिति

गांव में बिजली की कमी की वजह से खेतों तक पानी की सप्लाई भी ढंग से नहीं हो पा रही है, जिसके कारण फसलें पूरी तरह बर्बाद होने की कगार पर हैं. किसान अब छोटे-मोटे माध्यम, जैसे कुएं से फसलों के लिए पानी की सिंचाई कर रहे हैं.

EXCLUSIVE: लॉकडाउन में धड़ल्ले से अवैध वसूली !, SDM का कॉल सुन कर्मचारियों की बोलती बंद

डौंडी विकासखंड के मथेना और अन्य कई ऐसे गांव हैं, जहां पर बिजली व्यवस्था भगवान भरोसे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि बीते एक महीने से कभी-कभी ही बिजली आती है. कई बार तो 24 घंटे बिजली नहीं रहती और कई बाहर 12 घंटे में एक-दो घंटे ही बिजली की सप्लाई मिल पाती है, जिससे वनांचल के लोग काफी परेशान हो चुके हैं. आदिवासी बाहूल्य क्षेत्र में चुनाव के समय आदिवासियों के हित की बड़ी-बड़ी बातें कर हुए वोट तो मांगा जाता है, लेकिन चुनाव जीतने के बाद जिम्मेदार लोग क्षेत्र के विकास को लेकर किए गए वादों को भूल जाते हैं.

Electricity is poor in the forested areas of Balod
बिजली की खराब स्थिति के कारण फसलें हो रही बर्बाद

पढ़ें: बेमेतरा: बिजली आपूर्ति न होने से परेशान किसानों ने विद्युत सब स्टेशन का किया घेराव

बता दें कि यह क्षेत्र महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया का विधानसभा क्षेत्र है और वर्तमान में जिले से एक संसदीय सचिव भी पद पर आसीन है, बावजूद इसके जिले में बिजली की स्थिति सुधर नहीं पा रही है. वनांचल की बात करें, तो मूलभूत सुविधाएं भी लोगों को नहीं मिल पा रही है. यहां तक पानी, सड़क और बिजली की स्थिति भी पूरी तरह खराब है, जिससे लोग काफी परेशान हैं.

बालोद : बीते 1 महीने से जिले के वनांचल क्षेत्र सहित ग्रामीण अंचलों में बिजली की व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है, जिसके कारण ग्रामीण अंचल के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि वे कूलर पंखा तक ढंग से नहीं चला पाते हैं. वहीं 24 घंटे में कुछ घंटे बिजली आती है, तो किसान किसी तरह मोटर पंप के माध्यम से खेतों में सिंचाई करते हैं.

वनांचल क्षेत्रों में है बिजली की खराब स्थिति

गांव में बिजली की कमी की वजह से खेतों तक पानी की सप्लाई भी ढंग से नहीं हो पा रही है, जिसके कारण फसलें पूरी तरह बर्बाद होने की कगार पर हैं. किसान अब छोटे-मोटे माध्यम, जैसे कुएं से फसलों के लिए पानी की सिंचाई कर रहे हैं.

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डौंडी विकासखंड के मथेना और अन्य कई ऐसे गांव हैं, जहां पर बिजली व्यवस्था भगवान भरोसे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि बीते एक महीने से कभी-कभी ही बिजली आती है. कई बार तो 24 घंटे बिजली नहीं रहती और कई बाहर 12 घंटे में एक-दो घंटे ही बिजली की सप्लाई मिल पाती है, जिससे वनांचल के लोग काफी परेशान हो चुके हैं. आदिवासी बाहूल्य क्षेत्र में चुनाव के समय आदिवासियों के हित की बड़ी-बड़ी बातें कर हुए वोट तो मांगा जाता है, लेकिन चुनाव जीतने के बाद जिम्मेदार लोग क्षेत्र के विकास को लेकर किए गए वादों को भूल जाते हैं.

Electricity is poor in the forested areas of Balod
बिजली की खराब स्थिति के कारण फसलें हो रही बर्बाद

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बता दें कि यह क्षेत्र महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया का विधानसभा क्षेत्र है और वर्तमान में जिले से एक संसदीय सचिव भी पद पर आसीन है, बावजूद इसके जिले में बिजली की स्थिति सुधर नहीं पा रही है. वनांचल की बात करें, तो मूलभूत सुविधाएं भी लोगों को नहीं मिल पा रही है. यहां तक पानी, सड़क और बिजली की स्थिति भी पूरी तरह खराब है, जिससे लोग काफी परेशान हैं.

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