बालोद: दल्ली राजहरा इलाके से खनिज संपदा की चोरी थमने का नाम नहीं ले रही है. खनिज विभाग की कार्रवाई पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. जिले में लोहे से लेकर रेत, मुरम और पत्थर जैसे खनिज भरपूर मात्रा में मिलते हैं. जिसका पूरा फायदा खनिज माफिया उठा रहे हैं. विभाग ने लंबे वक्त बाद बड़ी कार्रवाई करते हुए रेत की चोरी कर रहे 11 वाहनों को जब्त किया है. सिंगनवाही से लगे नदी के तट किनारे ग्रामीणों ने रेत से भरी कई गाड़ियों को पकड़ा था.
ग्रामीणों की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए वाहनों को जब्त किया गया है. खनिज संपदा की चोरी मामले में अधिकांश कार्रवाई संबंधित थानों से ही की जाती है. खनिज विभाग पर लगातार सवाल खड़े होते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में आए दिन रेत की चोरी होती है. लेकिन विभाग की अनदेखी के कारण कार्रवाई नहीं होती है. आए दिन वाहनों पर खनिज का परिवहन भी किया जाता है. सिंगनवाही में पिछले कई महीनों से अवैध रूप से रेत की निकासी की जा रही है. वहां के ग्रामवासी इससे काफी परेशान भी थे. गांव के कुछ लोग भी इस काम में जुट गए थे. रोजाना सैकड़ों ट्रक रेत की निकासी की जा रही थी. बिना रायल्टी पर्ची के अवैध काम चल रहा था. इससे परेशान होकर मंगलवार सुबह ग्रामीणों ने इसकी सूचना खनिज विभाग को दी थी. जिसके बाद कार्रवाई की गई है.
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छत्तीसगढ़ में खनिज का दोहन
छत्तीसगढ़ के विभिन्न इलाकों में खनिज का अवैध उत्खनन और परिवहन के मामले सामने आते रहते हैं. छत्तीसगढ़ में प्रचुर मात्रा में विभिन्न खनिज मिलते हैं. जिसका अपराधी गलत तरीके से दोहन करते हैं. रायगढ़ में रेत माफिया के खिलाफ भूपदेवपुर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक मुंशी को गिरफ्तार किया गया था . साथ ही 10 टिपर और 1 लोडर मशीन को जब्त किया है. छुईया नदी में रेत का अवैध उत्खनन चल रहा है. पंचायत और सरपंच सरकारी निर्माण कार्य कराने के लिए अवैध उत्खनन का सहारा ले रहे थे. बिना रॉयल्टी के रेत उत्खनन किया जा रहा था.