बालोद: कांग्रेस नेता चंद्रेश हिरवानी ने कहा कि "कांग्रेस सरकार ने जो भी वादे किए थे उसे वह बारी बारी से निभा रही है. कोई भी वादे निभाने में समय लगता है. क्योंकि उसके लिए एक बेहतर कार्य योजना की जरूरत होती है और उसे जमीन पर लाने के लिए किस तरह प्रोजेक्ट बनाया जाए और जनता तक उनकी हर एक योजना पहुंचे. इसको लेकर गहन अध्ययन करना पड़ता है. गणतंत्र दिवस पर मुख्यमंत्री ने जो बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा की है. वह भी जल्द ही अमल में लाया जाएगा. सरकार लगातार अपने घोषणापत्र में किए वादों को पूरा कर रखी है. उन्होंने सभी बेरोजगार युवाओं की तरफ से सरकार का आभार भी किया."
पुराना पैसा पहले दे सरकार: बीजेपी जिला अध्यक्ष कृष्णकांत पवार ने कहा कि "सरकार ने तो अभी बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही है. उन्हें पहले 2500 के हिसाब से बीते 4 वर्षों का पैसा बेरोजगारों को देना चाहिए. क्या यह संभव है कि 1,30,000 रूपये लगभग प्रत्येक बेरोजगारों को दिया जाए. किस हिसाब से इस योजना की शुरुआत कर रही है इसके लिए क्या मापदंड है. इसे भी सरकार ने अब तक स्पष्ट नहीं किया है. बोनस का पैसा भी तो सरकार किश्तों में दे रही है.
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पहले भी किये कई काम: चंद्रेश हिरवानी ने कहा कि "राज्य के गोठानों में 13 हजार से अधिक महिला स्वसहायता समूह की एक लाख से अधिक युवा महिलाओं को सामाजिक कामों से जोड़कर भूपेश बघेल सरकार 2500 रुपये से अधिक कमाने का अवसर दे रही है. भाजपा आदतन फ्रॉड फैलाने वाला दल है, कांग्रेस के घोषणा पत्र में कहीं भी बेरोजगारी भत्ता का उल्लेख नहीं है."
महज चुनावी लॉलीपॉप: भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष कृष्णकांत पवार ने कहा कि "यहां पर सरकार आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए युवाओं को साधने में जुटी हुई थी. छत्तीसगढ़ की जनता बेहद समझदार है और उन्हें अब इन बातों को समझना चाहिए. उन्होंने कहा कि जनता अब सरकार के बहकावे में नहीं आएगी और जो भी निर्णय सरकार ले रही है वह एक चुनावी प्रोपेगेंडा मात्र है.