बालोद : जिले में विधानसभा चुनाव के ठीक एक साल पहले राजनैतिक उठापटक देखने को मिल रही (Congress workers resigned in Balod) है. जिले के गुंडरदेही विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत लगभग 122 कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया है. विगत 2 वर्षों से कांग्रेस पार्टी में इस्तीफे का दौर चल रहा है. सबसे ज्यादा गुंडरदेही विधानसभा क्षेत्र में यह इस्तीफा देखने को मिल रहा है. आपको बता दें कि यहां पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए एक बार पुनः कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस का साथ छोड़ा (Disintegration within Congress in Balod)है. बालोद जिला के गुंडरदेही विधानसभा (Gundardehi Assembly) के अंतर्गत ग्राम भन्डेरा के दो बूथ कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष केदार देवांगन एवं अधराजी राम राणा सहित 122 कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी से अपना इस्तीफा अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी देवरी एवं अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी को दे दिया है. जिसमें महिलाएं एवं युवा वर्ग शामिल है.
पार्टी के अंदर है बिखराव : प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद ग्रामीण क्षेत्र में इतने बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का इस्तीफा देना बालोद जिले में पहला और बड़ी घटना है. कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने की शुरुआत बालोद जिला कांग्रेस कमेटी के दो बार जिला अध्यक्ष रहे अभिषेक शुक्ला से हुई. अब दो बूथ कांग्रेस अध्यक्ष सहित 122 कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. भन्डेरा बूथ कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष केदार देवांगन ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देते हुए कहा कि '' वे 40 वर्षो से कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में निष्ठापूर्वक कार्य किया.लेकिन कांग्रेस में अब निष्ठावान कार्यकर्ताओं का कोई महत्त्व नही (Many Congress workers resign in Balod) है.''
विधायक हो गए घोषणावीर : कांग्रेस कार्यकर्ता जिन्होंने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया है. उन्होंने अपनी ही पार्टी एवं जनप्रतिनिधियों पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि 1 विधानसभा क्षेत्र में विकास मानो थम सा गया है. दूर-दूर तक कहीं भी विकास नहीं दिख रहा है. साथ ही उन्होंने विधायकों को घोषणा वीर बताया है. ग्रामीणों के मुताबिक विधायकों से विकास कार्यों के लिए हमें चप्पल भेजने पड़ते हैं ऐसे में ये अच्छी बात नहीं है. हम सब काफी उपेक्षित महसूस कर रहे हैं. आज कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं.''