बालोद: जिले के शिक्षकों ने जिला शिक्षा अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. छत्तीसगढ़ शिक्षक फेडरेशन ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया है. इस दौरान सदस्यों ने जिला शिक्षा अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी की है. विगत दिनों जिला शिक्षा अधिकारी और सहायक जिला शिक्षा अधिकारी के सोशल मीडिया ग्रुप में शिक्षकों पर किए गए एक कमेंट के कारण शिक्षक फेडरेशन प्रशासन से नाराज चल रहा है. सोशल मीडिया ग्रुप में आपत्ति जनक कमेंट का मुद्दा अब गरमाने लगा है. शिक्षकों का हर वर्ग विरोध कर रहा है.
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छत्तीसगढ़ शिक्षक फेडरेशन के जिला अध्यक्ष राधेश्याम साहू ने बताया कि यहां पर लॉकडाउन की स्थिति में भी शिक्षक बड़े धैर्य के साथ सरकार की सभी योजनाओं को निभा रहे हैं. पढ़ाई तूहंर द्वार, मिस कॉल गुरुजी और ऑनलाइन क्लास जैसी योजनाओं को शिक्षक पूरा कर रहे हैं. लेकिन विभाग के ही अधिकारी उन्हें हतोत्साहित कर रहे हैं. आखिर हमने ऐसा क्या गुनाह किया कि हमें इस तरह से अपशब्द सहने पड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि शिक्षक को आज सड़क पर उतरकर लड़ाई लड़ना पड़ रहा है. हम जिला शिक्षा अधिकारी के स्थानांतरण की मांग कर रहे हैं. DEO सभी शिक्षकों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगे. उनके बयान से शिक्षक वर्ग आहत है.
शिक्षकों को पहुंची ठेस
उच्च वर्गीय शिक्षक रामेश्वर प्रसाद कौशल ने कहा कि सोशल मीडिया ग्रुप में जिला शिक्षा अधिकारी इस तरह की टिप्पणी की जाती है, जिससे हम सब काफी आहत हैं. हम सब केवल यह चाहते हैं कि जिला शिक्षा अधिकारी सपष्ट करें की आखिर वो क्या कहना चाहते हैं. स्पष्ट रूप से कहें इस तरह की टिप्पणी से वे हमें हतोत्साहित करने की कोशिश कर रहे हैं. सार्वजनिक रूप से सभी शिक्षकों से माफी मांगे. या फिर उच्च वर्ग के अधिकारी उनके खिलाफ कार्रवाई करें. तभी हम शिक्षक कार्य कर जाएंगे. हमें यहां पर धरना देना पड़ रहा है, हम बार-बार जिला शिक्षा अधिकारी से मिलने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन हमारे संगठनों को भी तवज्जो नहीं दिया जा रहा है.