बालोद: कोरोना महामारी के प्रकोप से लोगों में दहशत का माहौल है. वहीं कोरोना की मार झेल रहे मरीजों को कठिन हालातों से गुजरना पड़ता है. ऐसे में कई बार मरीजों का मनोबल भी टूट जाता है. इस संक्रामक बीमारी के डर से उनके मन में हताशा छा जाती है. ऐसी परिस्थितियों में मरीजों को मानसिक तौर पर मजबूत करने के लिए डौंडीलोहारा के कोविड-19 सेन्टर में संगीत थेरेपी दी जा रही है.
डौंडीलोहारा के कोविड-19 सेन्टर के कोरोना वॉर्ड में संगीत संगीत थेरेपी दी जा रही है, इस प्रयोग से कोरोना पीड़ितों का डर हल्का हुआ है. जिला प्रशासन बालोद ने कोविड-19 सेन्टर में संगीत थेरेपी के तहत मरीजों के लिए गीत संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया था. रेडक्रॉस सोसाइटी बालोद के नेतृत्व में यह आयोजन हुआ. कार्यक्रम के दौरान भक्ति, नये-पुराने तराने, छत्तीसगढ़ी गीत गाकर रेडक्रॉस सोसाइटी के सदस्यों ने मरीजों का मनोरंजन किया.
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नायब तहसीलदार भी रही मौजूद
रेडक्रॉस सोसाइटी के नरेन्द्र ग्वाल, गजेन्द्र रावटे, गोपेश सोनवानी और चन्द्रशेखर ने अपनी प्रस्तुती से खूब तालियां बटोरी. कहा जाता है कि शारीरिक बीमारी का मूल मन में है. व्यक्ति मन से दृढ़ हो जाता है तो लाइलाज रोग से भी मुक्ति पा सकता है. संगीत सिर्फ मनोरंजन के लिए नहीं है, दुनिया में में संगीत को औषधि के तौर पर अपना लिया गया है. कार्यक्रम में नायब तहसीलदार राजश्री पांडे, बीएमओ डॉक्टर वीके चौरका और ड्यूटी में तैनात सभी मेडिकल स्टाफ मौजूद रहे.