बालोद: डौंडी जनपद क्षेत्र पंचायतों में डस्टबिन सप्लाई के नाम पर बड़ा घोटाला होने की आशंका जताई गई है. सरपंचों का कहना है कि पहले पंचायतों में डस्टबिन भेजकर 14वें वित्त की राशि से इसके भुगतान के लिए उनपर दबाव बनाया गया और जब उन्होंने इसका विरोध किया तब जनपद की ओर से खनिज न्यास निधि से इसका भुगतान किया गया है, लेकिन इसमें भी मूल्य से ज्यादा राशि भुगतान की आशंका जताई गई है.
पूरा मामला कमीशनखोरी का बताया जा रहा है. पंचायत के सदस्यों का कहना है कि वे जल्द ही इसका खुलकर विरोध करेंगे. दरअसल, डौंडी जनपद क्षेत्र के 30 पंचायतों में डस्टबिन की सप्लाई की गई है, जिसका मूल्य जनपद CEO ने लगभग 60 लाख रुपये बताया है.
डस्टबिन सप्लाई में घोटाला
डस्टबिन के दस्तावेज के संबंध में जानकारी मांगी गई तो पता चला कि जितनी राशि बताई जा रही है, उससे कम की में इसकी खरीदारी की गई है. सभी पंचायतों में 11 जोड़ी डस्टबिन दिए गए थे, जिसमें से गीला कचरा के लिए नीला और सूखा कचरा के लिए हरे रंग का डस्टबिन था. दोनों का मूल्य 390 प्रति डस्टबिन के हिसाब से बनाया गया है. जबकि मार्केट में इसकी कीमत 100 से 150 रुपये के बीच बताई जा रही है.
![big scam in the name of dustbin supply in balod](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-bld-02-dustbin-rtu-cg10028_06082020165116_0608f_01849_199.jpg)
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मामले में जनपद सदस्य और सरपंचों का कहना है कि पहले 14वें वित्त से डस्टबिन के भुगतान की बात कही जा रही थी, जिसके बाद सरपंचों ने कार्य योजना में शामिल न होने की बात कहते हुए भुगतान करने से मना कर दिया. जिसके बाद जनपद पंचायत की ओर से इसका भुगतान खनिज न्यास निधि के माध्यम से किया गया.
जनपद सदस्य ने लगाया आरोप
जनपद सदस्य ने आरोप लगाया है कि बाजार में यह 123 रुपये जोड़ी के दर पर मौजूद है, लेकिन यहां 390 रुपये प्रति डस्टबिन के हिसाब से सप्लाई की जा रही है. आदिवासी वनांचल डौंडी के सरपंचों को चुना लगाया जा रहा है. यहां पर 6 से 7 लाख रुपये की सामान सप्लाई करके 60 से 62 लाख का भुगतान किया गया है. जनपद सदस्य का आरोप है कि कमीशन के लिए डस्टबिन सप्लाई में बड़ा भ्रष्टाचार किया गया है.