ETV Bharat / state

महाघोटाला: कर्जमाफी के नाम पर लाखों का फर्जीवाड़ा, 4700 को बनाया 47 हजार

छत्तीसगढ़ में किसान ऋण माफी में बड़ा घोटाला सामने आया है. बालोद जिले में 30 से ज्यादा किसानों के साथ धोखाधड़ी किया गया है.

कर्ज माफी के नाम पर बड़ा घोटाला
author img

By

Published : Nov 21, 2019, 5:35 PM IST

Updated : Nov 22, 2019, 1:16 PM IST

बालोद: किसान ऋण माफी में बालोद जिले में बड़ा घोटाला सामने आया है. जिला सेवा सहकारी समिति- 420 में 30 से ज्यादा किसानों के साथ कर्ज माफी के नाम पर घोटाला किया गया है.

वीडियो.

बताया जा रहा है, बैंक ने जिले के कई किसानों के कर्ज से कई गुणा ज्यादा कर्ज माफी का प्रमाण पत्र दे दिया है. इतना ही नहीं कई किसानों को बिना ऋण लिए ही उन्हें ऋण माफी का प्रमाण पत्र दे दिया गया है. किसानों का कहना है कि, उन्होंन जितना कर्ज लिया है, उससे कई गुणा ज्यादा कर्ज माफी का प्रमाण पत्र उन्हें दिया गया है.

4700 को बनाया 47 हजार
एक किसान भोज राम साहू ने बताया कि उसने ऋण पुस्तिका से 4700 रुपये निकाले थे, लेकिन कर्मचारियों ने एक शून्य बढ़ाकर उसे 47 हजार कर दिया और उनकी अनुपस्थिति में घरवालों से पासबुक लेकर अकाउंट से 42 हजार रुपये निकाल लिए, लेकिन भोज राम को 4700 रुपये ही दिए गए हैं.

जान से मारने की धमकी
मामले में एक किसान सुमेरु राम जोशी ने बताया कि उन्होंने कम पैसे लिए थे, लेकिन उसका कर्ज माफी का प्रमाण पत्र में लाखों रुपये का दिया गया है. किसान ने समिति के कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि, बैंक के अधिकारी और कर्मचारी उनके घर आकर धमकी दे रहे हैं और उनसे ऋण माफी का प्रमाण पत्र वापस मांग रहे हैं, नहीं देने पर उन्हें जान से मारने की बात कह रहे हैं.

करीब 3 करोड़ रुपये का ऋण किया गया है माफ
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के प्रबंधक ने बताया कि सोसाइटी में करीब 3 करोड़ 50 लाख रुपये का कर्ज माफ किया गया है. प्रबंधक ने बताया कि फिलहाल उन्हें किसी किसान से कोई लिखित शिकायत नहीं की है, लेकिन आने वाले दिनों में मामले का खुलासा हो सकता है.

बालोद: किसान ऋण माफी में बालोद जिले में बड़ा घोटाला सामने आया है. जिला सेवा सहकारी समिति- 420 में 30 से ज्यादा किसानों के साथ कर्ज माफी के नाम पर घोटाला किया गया है.

वीडियो.

बताया जा रहा है, बैंक ने जिले के कई किसानों के कर्ज से कई गुणा ज्यादा कर्ज माफी का प्रमाण पत्र दे दिया है. इतना ही नहीं कई किसानों को बिना ऋण लिए ही उन्हें ऋण माफी का प्रमाण पत्र दे दिया गया है. किसानों का कहना है कि, उन्होंन जितना कर्ज लिया है, उससे कई गुणा ज्यादा कर्ज माफी का प्रमाण पत्र उन्हें दिया गया है.

4700 को बनाया 47 हजार
एक किसान भोज राम साहू ने बताया कि उसने ऋण पुस्तिका से 4700 रुपये निकाले थे, लेकिन कर्मचारियों ने एक शून्य बढ़ाकर उसे 47 हजार कर दिया और उनकी अनुपस्थिति में घरवालों से पासबुक लेकर अकाउंट से 42 हजार रुपये निकाल लिए, लेकिन भोज राम को 4700 रुपये ही दिए गए हैं.

जान से मारने की धमकी
मामले में एक किसान सुमेरु राम जोशी ने बताया कि उन्होंने कम पैसे लिए थे, लेकिन उसका कर्ज माफी का प्रमाण पत्र में लाखों रुपये का दिया गया है. किसान ने समिति के कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि, बैंक के अधिकारी और कर्मचारी उनके घर आकर धमकी दे रहे हैं और उनसे ऋण माफी का प्रमाण पत्र वापस मांग रहे हैं, नहीं देने पर उन्हें जान से मारने की बात कह रहे हैं.

करीब 3 करोड़ रुपये का ऋण किया गया है माफ
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के प्रबंधक ने बताया कि सोसाइटी में करीब 3 करोड़ 50 लाख रुपये का कर्ज माफ किया गया है. प्रबंधक ने बताया कि फिलहाल उन्हें किसी किसान से कोई लिखित शिकायत नहीं की है, लेकिन आने वाले दिनों में मामले का खुलासा हो सकता है.

Intro:बालोद

जिस कर्ज माफी के वादे पर सरकार बनी और जिस कर्जमाफी ने किसानों के चेहरे पर खुशियां लाइ मुख्यमंत्री का सपना छत्तीसगढ़ में साकार हुआ पर बालोद जिले का सेवा सहकारी समिति क्रमांक 420 में किसानों के साथ कर्ज माफी के नाम पर 420 सी की गई जिसकी राशि 4000 है उसे एक सुनने बढ़ाकर 40 हजार की गई यह बालोद जिला बल्कि प्रदेश का सबसे बड़ा घोटाला है बालोद जिले का मोहित सोसाइटी जिसमें 30 से अधिक किसानों के साथ धोखाधड़ी की गई कर्ज माफी होते देख वहां के अधिकारी कर्मचारियों द्वारा कर्ज की राशि को बढ़ा दिया गया किसान के ऋण पुस्तिका में कर्ज की राशि कुछ और है और जो उन्हें ऋण माफी प्रदान किया गया है उसमें प्रमाण पत्र में अलग राशि अंकित और उस अलग राशि के आधार पर ही भुगतान किया गया है परंतु भुगतान की राशि कहां गई यह अभी संडे का विषय है।


Body:वीओ - इस सोसाइटी में ग्राम माहुद पायला सलोनी मटिया खपरी भोतीपार बरबसपुर बारगाह आदि गांव शामिल है यहां लगभग 3 करोड़ से अधिक रुपए का कर्ज माफ हुआ है परंतु किसानों का कहना है कि जितना कर्ज माफी का प्रमाण पत्र उन्हें दिया गया है उतना कर जावे लिए नहीं थे इसके साथ ही इस सोसाइटी में कई तरह की लापरवाही या की गई हैं एक कृषक भोज राम साहू ने बताया कि उसने ऋण पुस्तिका से 4700 निकाले थे परंतु कर्मचारियों ने एक शून्य बढ़ाकर उसे 47000 कर लिया और उनकी अनुपस्थिति में घरवालों से पासबुक लाकर 42000 रुपये निकाल लिए और कृषक को उतना ही दिया जितना उसने कर्ज निकाला था।

वीओ - कृषक सुमेरु राम जोशी ने बताया कि उसका कर्ज काफी कम है लेकिन उसका कर्ज माफी प्रमाण पत्र में लाखों रुपए की हेराफेरी की गई है जिसके कारण यहां हम परेशान हैं साथ ही उन्होंने बताया कि अब जब मामले का खुलासा हुआ है तो बैंक अधिकारी और कर्मचारी मेरे घर आए थे धमकाने के लिए की कर्ज माफी का प्रमाण पत्र वापिस दे दो नहीं तो फिर जान से मार डालेंगे जब मामला खुलता जा रहा है तो कर्ज माफी प्रमाण पत्र वापस मांगने का सिलसिला शुरू हो चुका है


Conclusion:मामले पर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के प्रबंधक ने बताया कि उक्त सोसाइटी में लगभग साढे 3 करोड़ रुपए का कर्जा माफ किया गया है साथ ही उन्होंने बताया कि अब तक किसी किसान से लिखित शिकायत नहीं आया है परंतु आने वाले दिनों में जल्द ही मामले का खुलासा हो सकता है बैंक के अधिकारी कर्मचारी अब बचने के विकल्प तलाश रहे हैं इस सोसाइटी का पंजीयन क्रमांक भी 420 है और यहां कार्य भी 420 ही हो रहे हैं।

बाइट- सुमेर सिंह जोशी, कृषक

बाइट - रामप्रसाद जोशी, कृषक

बाइट - आर के आलेंद्र, प्रबंधक ज़िला सहकारी केंद्रीय बैंक बालोद
Last Updated : Nov 22, 2019, 1:16 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.