बालोद: बालोद पुलिस द्वारा पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों को निरंतर प्रोत्साहित किया जाता है. गंभीर मामलों को बेहतरीन ढंग से सुलझाने के लिए लगातार पुरस्कृत भी किया जाता है. इसी के तहत बालोद पुलिस द्वारा ऐसा अभियान चलाया जा रहा है. जिसमें महत्वपूर्ण मामलों या विषयों पर बेहतरीन काम करने वाले पुलिस के अधिकारी और कर्मचारियों को "पुलिस कॉर्प ऑफ द मंथ" का खिताब दिया जाता है. जिसके तहत इस माह भी पुलिसकर्मियों को यह खिताब दिया गया, जिन्होंने गंभीर मामलों में अहम भूमिका निभाई है. Balod Policemen honored
पोक्सो के मामलों में बेहतरीन कार्य: बालोद जिले के पुलिस अधीक्षक ने इन पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया है. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि "ऐसे प्रोत्साहन कार्य से अन्य पुलिसकर्मी भी प्रेरित होते हैं." उन्होंने बताया कि "पोक्सो एक्ट के मामले, जालसाजी के मामले और कई ऐसे मामले हैं, जो गंभीर ही नहीं रिस्क से भरे भी होते हैं. उनमें इन पुलिसकर्मियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और मेहनत से केस को सुलझाया है. आज इनकी बदौलत बालोद पुलिस को सफलता मिल पाई."
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इन पुलिसकर्मियों को मिला सम्मान: सहायक उपनिरीक्षक अजीत मोहब्बत, आरक्षक विकास साहू, आरक्षक दिनेश साहू, जिन्होंने थाना सूरेगांव में दर्ज पोक्सो के मामले में अपहृत नाबालिग को बरामद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर लगातार बालिका का पीछा करते रहे. अंत में उन्हें बदमाशों के चंगुल से छुड़ा लिया. इसके साथ ही उन्होंने अन्य मामलों में भी सराहनीय भूमिका निभाई.
प्रधान आरक्षक भुनेश्वर मरकाम, आरक्षक विपिन गुप्ता आरक्षक राहुल मनहरे, यह सभी साइबर सेल और क्राइम की विशेष टीम के रूप में कार्य कर रहे हैं. उन्होंने कई मामलों में अपनी सक्रियता दिखाई और पुलिस का नाम रोशन किया. इनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए इन्हें सम्मानित किया गया है.