बालोद: रविवार को बालोद के कंगला मांझी महाविद्यालय डौंडी के सामने एक कोयल पक्षी मूर्छित होकर गिर गई थी. वीरेंद्र ने उस कोयल को उठाया, पानी पिलाया, हाथ पैर की मालिश की. स्वस्थ होने पर उस कोयल को उन्होंने फिर से आसमान में उड़ा दिया. सोशल मीडया में इस वीडियो को देखकर लोग वीरेंद्र की काफी सराहना कर रहे हैं. वीरेंद्र सिंह, पूरे छत्तीसगढ़ में ग्रीन कमांडो के रूप में जाने जाते हैं. वह पशु, पक्षियों के संरक्षण, जल संरक्षण एवं पर्यावरण संरक्षण का कार्य करते हैं.
गर्मी के कारण बेसुध हुई थी कोयल: प्रकृति प्रेमी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि, "भीषण गर्मी की शुरुआत हो गई है. दाना पानी की कमी के कारण पक्षी आकाश में उड़ते उड़ते ही डिहाइड्रेशन के शिकार हो जाते हैं. जिसके कारण वह मूर्छित होकर जमीन पर गिर पड़ते हैं. इसके लिए हमें अपने घर की छतों और सभी जगहों पर पानी की व्यवस्था करनी चाहिए. पहले तो सामान्य जगहों पर खुले में पानी रहता था. क्योंकि अब सभी जगह नल, हैंडपंप वाला सिस्टम हो गया है, तो फिर पशु पक्षियों को पानी के लिए भटकना पड़ता है."
पशु, पक्षी हमारे जीवन श्रृंखला का अहम हिस्सा: ग्रीन कमांडो वीरेंद्र सिंह ने बताया कि "अचानक मेरी नजर पक्षी पर पड़ी, तो मैं तेजी से उस जगह पर पहुंचा और, उसे सुरक्षित सड़क से उठा लिया. वरना इस मार्ग में बड़ी-बड़ी गाड़ियां तेजी से गुजरती है. पक्षी को नुकसान पहुंच सकता था. हम सबको अपनी जिम्मेदारियों को समझना चाहिए. इन पशु पक्षियों की सुरक्षा, संरक्षण के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए. सभी पशु पक्षी हमारे जीवन श्रृंखला का एक हिस्सा है.
यह भी पढ़ें: Balod: राहुल गांधी की आवाज दबाने की सोच रहे तो गलतफहमी में हैं मोदी और आरएसएस: अनिला भेड़िया
हर साल मनाते हैं पौधों का जन्मदिन: ग्रीन कमांडो वीरेंद्र सिंह ने कॉमर्स विषय से पढ़ाई की और एम.कॉम, एम.ए. अर्थशास्त्र में डिग्री हासिल की. इसके बाद 2000 में वीरेंद्र ने एक प्राइवेट स्कूल में नौकरी ज्वाइन कर ली. तब से ही पर्यावरण संरक्षण के लिए वीरेंद्र ने अभियान शुरू की थी. प्रकृति का महत्व वीरेंद्र ने स्कूल में बच्चों को पढ़ाते हुए समझाया. पौधारोपण की शुरूआत वीरेंद्र ने करीब 25 बच्चों की टीम बना कर की. अपने छात्रों के साथ मिलकर हर शनिवार पौधे लगाने के साथ-साथ स्वच्छता अभियान भी वीरेंद्र करते हैं. करीब 17 साल पहले वीरेंद्र ने 250 पौधे लगाए थे और उनकी देखभाल की. हर साल वीरेंद्र उन पौधों का जन्मदिन भी मनाते हैं.
वीरेंद्र को मिला है जलप्रहरी सम्मान: ग्रीन कमांडो वीरेंद्र सिंह को जल प्रहरी सम्मान मिला चुका है. नई दिल्ली में जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने वीरेंद्र सिंह को जल प्रहरी सम्मान दिया था.