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बालोद जिले ने बढ़ाया छत्तीसगढ़ महतारी का सम्मान - Balod District Collector Gaurav Singh

छत्तीसगढ़ का बालोद छत्तीसगढ़ महतारी के सम्मान में सभी कार्यालयों उनकी तस्वीर और रोजाना शासकीय कार्य से पहले राज्यगीत गाने वाला पहला जिला बन गया (Balod district enhanced the respect of Chhattisgarh Mahtari) है.

Picture of Chhattisgarh Mahtari in government offices of Balod district
बालोद जिले ने बढ़ाया छत्तीसगढ़ महतारी का सम्मान
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Published : Jul 19, 2022, 3:18 PM IST

बालोद : जिला संयुक्त कार्यालय में बालोद जिले के नवपदस्थ कलेक्टर गौरव कुमार सिंह ने छत्तीसगढ़ की अस्मिता को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया (Balod district enhanced the respect of Chhattisgarh Mahtari) है. जिसका सकारात्मक परिणाम पहले ही दिन से देखने को मिला. मंगलवार सुबह 9 बजकर 58 मिनट को पूरा कार्यालय उचित समय में पहुंच गया. इसके बाद राज्य गीत अरपा पैरी के धार का गायन (chhattisgarh state song arpa pari ke dhar) हुआ.राज्यगीत के सभी कर्मचारी अपने-अपने कार्यालयों में पहुंच गए. आज एक और नई पहल ये देखने को मिली कि संयुक्त जिला कार्यालय के संपूर्ण कार्यालयों में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीरें भी लगाई जा रही हैं.आज संयुक्त जिला कार्यालय के प्रत्येक कार्यालयों में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीरें लगाई गई हैं.बालोद कलेक्टर के चेंबर में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर लगाई गई (Picture of Chhattisgarh Mahtari in government offices of Balod district) है.

बालोद जिले ने बढ़ाया छत्तीसगढ़ महतारी का सम्मान

प्रत्येक दिन होगा गायन : बालोद कलेक्टर गौरव कुमार सिंह (Balod District Collector Gaurav Singh) ने जानकारी देते हुए बताया कि ''सोमवार से इसकी शुरुआत की गई है. प्रत्येक दिन रोज नीयत समय पर कार्यालय में राज्य गीत का गायन किया जाएगा. ऐसा करने वाला हमारा जिला पहला जिला बना है.''



छत्तीसगढ़ के अस्मिता और प्रशासनिक कसावट : कलेक्टर का कहना है कि ''छत्तीसगढ़ के अस्मिता और प्रशासनिक कसावट को एक साथ जोड़ कर यह निर्णय लिया गया है. इसका परिणाम भी देखने रहा है. हम रोजाना 9 बजकर 58 मिनिट को पहुंच जाएंगे. इसमें एक-एक अधिकारी कर्मचारी भी शामिल होगा.


रोजाना होगी मॉनिटरिंग : कलेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि ''रोजाना इसकी मॉनिटरिंग देखी जाएगी और लगातार अनुपस्थित रहने वाले अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.''


आम जनता को मिले इसका लाभ : इन सब के निर्णय के पीछे का मूल उद्देश्य है कि आम जनता को इसका लाभ मिले यदि शासकीय अधिकारी-कर्मचारी अपने दफ्तरों में 8:00 बजे से कामकाज शुरू कर देंगे. तो समय से पहुंचने वाले आम जनता को इसका लाभ मिल पाएगा.वहीं जब आम जनता कार्यालयों में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीरें देखेंगे. तो वे अपने घरों में जाकर भी इस तरह के कदम उठाएंगे. ऐसे में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप घर-घर मां छत्तीसगढ़ की अस्मिता के लिए कार्य किया जाएगा.

बालोद : जिला संयुक्त कार्यालय में बालोद जिले के नवपदस्थ कलेक्टर गौरव कुमार सिंह ने छत्तीसगढ़ की अस्मिता को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया (Balod district enhanced the respect of Chhattisgarh Mahtari) है. जिसका सकारात्मक परिणाम पहले ही दिन से देखने को मिला. मंगलवार सुबह 9 बजकर 58 मिनट को पूरा कार्यालय उचित समय में पहुंच गया. इसके बाद राज्य गीत अरपा पैरी के धार का गायन (chhattisgarh state song arpa pari ke dhar) हुआ.राज्यगीत के सभी कर्मचारी अपने-अपने कार्यालयों में पहुंच गए. आज एक और नई पहल ये देखने को मिली कि संयुक्त जिला कार्यालय के संपूर्ण कार्यालयों में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीरें भी लगाई जा रही हैं.आज संयुक्त जिला कार्यालय के प्रत्येक कार्यालयों में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीरें लगाई गई हैं.बालोद कलेक्टर के चेंबर में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर लगाई गई (Picture of Chhattisgarh Mahtari in government offices of Balod district) है.

बालोद जिले ने बढ़ाया छत्तीसगढ़ महतारी का सम्मान

प्रत्येक दिन होगा गायन : बालोद कलेक्टर गौरव कुमार सिंह (Balod District Collector Gaurav Singh) ने जानकारी देते हुए बताया कि ''सोमवार से इसकी शुरुआत की गई है. प्रत्येक दिन रोज नीयत समय पर कार्यालय में राज्य गीत का गायन किया जाएगा. ऐसा करने वाला हमारा जिला पहला जिला बना है.''



छत्तीसगढ़ के अस्मिता और प्रशासनिक कसावट : कलेक्टर का कहना है कि ''छत्तीसगढ़ के अस्मिता और प्रशासनिक कसावट को एक साथ जोड़ कर यह निर्णय लिया गया है. इसका परिणाम भी देखने रहा है. हम रोजाना 9 बजकर 58 मिनिट को पहुंच जाएंगे. इसमें एक-एक अधिकारी कर्मचारी भी शामिल होगा.


रोजाना होगी मॉनिटरिंग : कलेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि ''रोजाना इसकी मॉनिटरिंग देखी जाएगी और लगातार अनुपस्थित रहने वाले अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.''


आम जनता को मिले इसका लाभ : इन सब के निर्णय के पीछे का मूल उद्देश्य है कि आम जनता को इसका लाभ मिले यदि शासकीय अधिकारी-कर्मचारी अपने दफ्तरों में 8:00 बजे से कामकाज शुरू कर देंगे. तो समय से पहुंचने वाले आम जनता को इसका लाभ मिल पाएगा.वहीं जब आम जनता कार्यालयों में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीरें देखेंगे. तो वे अपने घरों में जाकर भी इस तरह के कदम उठाएंगे. ऐसे में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप घर-घर मां छत्तीसगढ़ की अस्मिता के लिए कार्य किया जाएगा.

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