ETV Bharat / state

Balrampur: संकटमोचन हनुमान की हजारों साल पुरानी गदा और शिवलिंग - खुदाई में मिली प्राचीन मूर्तियां

बलरामपुर जिले के अमदंडा गांव में खुदाई के दौरान प्राचीन मूर्तियां मिली हैं. इतिहासकार की मानें तो प्राचीन मूर्तियों के अवशेष 12वीं से 14 वीं शताब्दी के बीच के हैं. खास बात यह है कि यहां संकटमोचन हनुमान की हजारों साल पुरानी गदा भी मिली है.

Balrampur latest news
खुदाई के दौरान मिली प्राचीन मूर्तियां
author img

By

Published : May 2, 2023, 5:22 PM IST

Updated : May 2, 2023, 7:49 PM IST

खुदाई के दौरान मिली प्राचीन मूर्तियां

बलरामपुर : जिले का अमदंडा एक प्राचीन गांव है. यहां चंडीमाता धाम भी है. इस धाम में खुदाई के दौरान प्राचीन मूर्ति के अवशेष मिले हैं. इस बात की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों की भीड़ मौके पर जुट गई. अमदंडा में प्राचीन काल से ही देवी देवताओं की पूजा होती चली आ रही है.

12वीं शताब्दी की मूर्तियों के अवशेष मिले : पुरातत्व के जानकार अविनाश सिंह के मुताबिक यह प्राचीन अवशेष 12वीं से 14वीं शताब्दी के बीच का है. बलरामपुर जिले के डीपाडीह, बाबा बच्छराज कुंवर धाम सहित दूसरे स्थानों पर भी प्राचीन अवशेष 12वीं शताब्दी के पाए गए हैं. ये भी अवशेष उसी समय के हैं. स्थानीय लोगों का मानना है कि पूर्वज इस स्थान पर पूजा अर्चना करते आ रहे हैं. यह गांव बहुत प्राचीन है. यहां पर सभी की मनोकामनाएं पूरी होती है. वहीं धाम पर चबूतरा निर्माण का काम किया जाना था. चबूतरा बनाने के लिए नींव की खुदाई का काम गांव के लोग कर रहे थे.

ये भी पढ़ें-आस्था और विश्वास का अद्भुत संगम जानिए कराह पूजा का महत्व



प्राचीन मूर्तियों के मिले अवशेष : प्राचीन चंडी माता धाम में खुदाई के दौरान भगवान हनुमान का गदा, शिवलिंग सहित कई प्राचीन मूर्तियों के अवशेष मिले हैं. जिससे लोगों में उत्साह और खुशी देखने को मिल रही है. चंडीमाता धाम के पुजारी ने बताया कि धाम में लोगों की गहरी आस्था है. यहा मंदिर बहुत पुराना है. यहां प्राचीन काल से ही पूजा होती आ रही है. अब खुदाई में प्राचीन मूर्तियां मिलने की वजह से बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंच रहे हैं.

खुदाई के दौरान मिली प्राचीन मूर्तियां

बलरामपुर : जिले का अमदंडा एक प्राचीन गांव है. यहां चंडीमाता धाम भी है. इस धाम में खुदाई के दौरान प्राचीन मूर्ति के अवशेष मिले हैं. इस बात की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों की भीड़ मौके पर जुट गई. अमदंडा में प्राचीन काल से ही देवी देवताओं की पूजा होती चली आ रही है.

12वीं शताब्दी की मूर्तियों के अवशेष मिले : पुरातत्व के जानकार अविनाश सिंह के मुताबिक यह प्राचीन अवशेष 12वीं से 14वीं शताब्दी के बीच का है. बलरामपुर जिले के डीपाडीह, बाबा बच्छराज कुंवर धाम सहित दूसरे स्थानों पर भी प्राचीन अवशेष 12वीं शताब्दी के पाए गए हैं. ये भी अवशेष उसी समय के हैं. स्थानीय लोगों का मानना है कि पूर्वज इस स्थान पर पूजा अर्चना करते आ रहे हैं. यह गांव बहुत प्राचीन है. यहां पर सभी की मनोकामनाएं पूरी होती है. वहीं धाम पर चबूतरा निर्माण का काम किया जाना था. चबूतरा बनाने के लिए नींव की खुदाई का काम गांव के लोग कर रहे थे.

ये भी पढ़ें-आस्था और विश्वास का अद्भुत संगम जानिए कराह पूजा का महत्व



प्राचीन मूर्तियों के मिले अवशेष : प्राचीन चंडी माता धाम में खुदाई के दौरान भगवान हनुमान का गदा, शिवलिंग सहित कई प्राचीन मूर्तियों के अवशेष मिले हैं. जिससे लोगों में उत्साह और खुशी देखने को मिल रही है. चंडीमाता धाम के पुजारी ने बताया कि धाम में लोगों की गहरी आस्था है. यहा मंदिर बहुत पुराना है. यहां प्राचीन काल से ही पूजा होती आ रही है. अब खुदाई में प्राचीन मूर्तियां मिलने की वजह से बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंच रहे हैं.

Last Updated : May 2, 2023, 7:49 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.